ट्रंप की जाबांजी या जोखिम? ईरान पर अमेरिकी हमले से बाद बदली दुनिया की नजर, जानिए किस देश ने क्या कहा

अमेरिकी हमले का ईरान के परमाणु ठिकानों पर क्या कुछ असर पड़ा, यह तो जांच का विषय है. लेकिन इस हमले के बाद दुनिया की नजर बदलती हुई नजर आ रही है. ईरान पर अमेरिकी हमले की कई देशों ने निंदा की है.

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ईरान पर अमेरिका के हमले के बाद किस देश ने क्या कहा?

Iran-Israel War: ईरान और इजरायल के बीच चल रही लड़ाई में अमेरिका शुरू से इजरायल के पक्ष में खड़ा रहा है. बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को बिना किसी शर्त के सरेंडर करने चेतावनी तक दी थी. लेकिन ईरान अपने कदम पीछे खिंचने को तैयार नहीं. जिसके बाद रविवार सुबह अमेरिका ने आखिर वो कर ही दिया, जिसकी आशंका बीते कुछ दिनों से जताई जा रही थी. अमेरिका ने अपने सबसे खतरनाक B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर से जरिए ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमले किए. इस हमले की जानकारी ट्रंप ने खुद दी. उन्होंने कहा कि हमने ईरान में तीन परमाणु स्थलों पर अपना बहुत सफल हमला पूरा कर लिया है, जिनमें फोर्डो, नतांज और एस्फाहान शामिल हैं. हालांकि ईरान का दावा है कि अमेरिकी हमले के बाद भी उसके परमाणु ठिकानों पर कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. 

अमेरिकी हमले का ईरान के परमाणु ठिकानों पर क्या कुछ असर पड़ा, यह तो जांच का विषय है. लेकिन इस हमले के बाद दुनिया की नजर बदलती हुई नजर आ रही है. ईरान पर अमेरिकी हमले की कई देशों ने निंदा की है. इसमें चीन, रूस, पाकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, सऊदी अरब सहित कई अन्य देश शामिल है. 

सबसे पहले जानिए ईरान ने अमेरिकी हमले पर क्या कहा? 

ईरान पर अमेरिकी हमले पर ईरान के विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक बयान में कहा, "अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन किया है. यह हमला ईरान की संप्रभुता पर हमला है और इसके गंभीर परिणाम होंगे. ईरान हर जरूरी कदम उठाने का अधिकार रखता है."

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ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा, "इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान का विदेश मंत्रालय ईरान के शांतिपूर्ण न्यूक्लियर फैसिलिटी के खिलाफ क्रूर अमेरिकी सैन्य आक्रमण की कड़े शब्दों में निंदा करता है. यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के नियमों के सबसे बुनियादी सिद्धांतों का घोर उल्लंघन है. यह मंत्रालय इस गंभीर अपराध के अत्यंत खतरनाक प्रभावों और परिणामों के लिए कानून तोड़ने वाली अमेरिकी सरकार को जिम्मेदार ठहराता है."

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ईरान पर अमेरिका के हमले पर इजरायल ने क्या कहा?

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा: "राष्ट्रपति ट्रंप ने साहसिक फैसला लिया है. उन्होंने दुनिया के सबसे खतरनाक शासन को सबसे खतरनाक हथियार हासिल करने से रोकने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है."

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संयुक्त राष्ट्र संघ ने जताई चिंता, कहा- सैन्य कार्रवाई समाधान का रास्ता नहीं

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिका की सैन्य कार्रवाई पर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा: "यह हमला पहले से ही तनाव से भरे क्षेत्र को और अधिक अस्थिर बना सकता है. यह अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए गंभीर खतरा है. किसी सैन्य समाधान का रास्ता नहीं है – समाधान सिर्फ बातचीत से ही निकलेगा."

रूस ने अमेरिकी हमले की निंदा की, सुरक्षा परिषद जवाब की मांग 

ईरान पर अमेरिका के हमले की रूस ने निंदा की है. रूस के विदेश मंत्रालय ने इस हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद से जवाब मांगा है. ईरान के विदेश मंत्री आज रूस के दौरे पर जा रहे हैं. वो कल पुतिन से भी मिलेंगे. 

चीन ने अमेरिकी हमले को खतरनाक मोड़ बताया

अमेरिका के हमले को लेकर चीन के सरकारी प्रसारक की विदेशी भाषा शाखा CGTN की एक फ्लैश कमेंट्री में अमेरिकी कार्रवाई को "एक ख़तरनाक मोड़" बताया गया. 2003 के इराक युद्ध का हवाला देते हुए कमेंट्री में कहा गया है कि इतिहास ने बार-बार दिखाया है कि मध्य पूर्व में सैन्य हस्तक्षेप अक्सर अनपेक्षित परिणाम उत्पन्न करते हैं, जिसमें लंबे समय तक संघर्ष और क्षेत्रीय अस्थिरता शामिल है. इसमें कहा गया कि सैन्य टकराव पर बातचीत को प्राथमिकता देने वाला एक संतुलित, कूटनीतिक दृष्टिकोण मध्य पूर्व में स्थिरता की सबसे अच्छी उम्मीद प्रदान करता है. 

भारत ने ईरान के राष्ट्रपति से की बात, तनाव खत्म करने की अपील की

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान-इजरायल के बीच जारी युद्ध को समाप्त करने को लेकर बड़ी पहल की है. पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से फोन पर बात की है. उन्होंने हाल की घटनाओं में बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता जताई. हालात को तुरंत शांत करने की जरूरत है. दोनों देशों के बीच बातचीत और कूटनीति को आगे बढ़ाने की जरूरत है.

पाकिस्तान ने अमेरिकी हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया

पाकिस्तान ने ईरान पर अमेरिकी हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा गया कि ईरान के खिलाफ की गई आक्रामकता बेहद चिंताजनक है और पाकिस्तान इसके नतीजों को लेकर गंभीर रूप से चिंतित है.

वेनेजुएला के विदेश मंत्री ने अमेरिकी हमले को बताया-  "सैन्य आक्रमण"

वेनेजुएला के विदेश मंत्री ने अमेरिका की इस कार्रवाई को "सैन्य आक्रमण" करार देते हुए इसकी कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि यह हमला इजरायल के कहने पर हुआ और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए. 

क्यूबा के राष्ट्रपति ने अमेरिकी हमले को इंटरनेशनल कानूनों का उल्लंघन बताया

क्यूबा के राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल ने भी हमले की निंदा करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया. उन्होंने कहा – यह पूरी दुनिया को एक खतरनाक संकट की ओर ले जा रहा है.

मैक्सिको ने सभी पक्षों से तनाव घटाने की अपील की

मैक्सिको के विदेश मंत्रालय ने कहा कि मध्य पूर्व में जारी टकराव को सिर्फ बातचीत से सुलझाया जा सकता है. उन्होंने सभी पक्षों से तनाव घटाने की अपील की.

न्यूज़ीलैंड के विदेश मंत्री ने बातचीत शुरू करने की अपील की

न्यूज़ीलैंड के विदेश मंत्री ने कहा कि हालात बेहद चिंताजनक हैं और इस संघर्ष को और बढ़ने से रोकना ज़रूरी है. उन्होंने सभी देशों से फिर से बातचीत शुरू करने की अपील की. 

ऑस्ट्रेलिया ने कहा- ईरान का परमाणु कार्यक्रम खतरा, पर निदान कूटनीति से निकले

इस हमले पर ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने कहा "ईरान का परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम वैश्विक शांति के लिए खतरा है. लेकिन हम फिर भी बातचीत और कूटनीति को ही सबसे सही रास्ता मानते हैं."

यूके ने अमेरिका का साथ दिया, कहा- ईरान को बातचीत के टेबल पर आना चाहिए 

यूके ने अमेरिका का साथ देते हुए कहा कि जो भी किया गया है वो सही है और हमें लगता है कि ईरान को बातचीत के लिए एक टेबल पर आना चाहिए. 

यूरोपियन यूनियन भी अमेरिका के साथ

यूरोपियन यूनियन ने अमेरिका के हमले को सही ठहराते हुए कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होगा. ईरान को इसकी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. 

ईरान पर अमेरिकी हमलों पर दुनिया के अन्य देशों ने क्या कुछ कहा?

  • मिस्र ने ईरान में तनाव बढ़ने की निंदा की, क्षेत्र के लिए 'खतरनाक नतीजों' की चेतावनी दी.
  • ईरान पर अमेरिकी हमलों के बाद UAE ने 'तनाव को तुरंत खत्म करने' का आग्रह किया.
  • जर्मनी ने ईरान से अमेरिका के साथ 'तुरंत' बातचीत फिर से शुरू करने का आह्वान किया. 
  • रेड क्रॉस प्रमुख ने ईरान पर अमेरिकी हमलों से 'अपरिवर्तनीय परिणामों वाले युद्ध' का खतरा बताया. 
  • कतर ने ईरान पर अमेरिकी हमलों के बाद 'विनाशकारी परिणामों' की चेतावनी दी.
  • ओमान ने ईरान पर अमेरिकी हमलों की निंदा की, तनाव कम करने का आह्वान किया.
  • सऊदी अरब ने ईरान पर अमेरिकी हमलों पर 'बड़ी चिंता' जताई.
  • यमन के हूतियों ने कहा कि ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद वे लाल सागर के जहाज़रानी पर हमला करने के लिए तैयार हैं.

क्या यह तीसरे विश्व युद्ध की आहट?

ईरान पर अमेरिका के हमले से दुनिया दो भागों में बंटी नजर आ रही है. ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले का ट्रंप का फैसले जाबांजी भरा है या जोखिम भरा, यह आने वाला वक्त बताएगा. रूस, चीन सहित कई मुस्लिम देशों ने जिस तरह से ईरान का समर्थन किया है, ऐसे में यह दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध की आहट भी हो सकती है. अगर होता है तो यह मानवता के लिए बेहद भयानक होगा. 

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