- ईरान और इजरायल के बीच युद्ध में सीजफायर का दावा किया गया है.
- अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर सीजफायर का ऐलान किया था.
- ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि कोई आधिकारिक समझौता नहीं हुआ है.
Iran Israel ceasefire: ईरान और इजरायल के बीच की जंग थमती दिख रही है. एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जल्दबाजी दिखाते हुए सोशल मीडिया पर ऐलान कर दिया कि ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर समझौता हो गया है. इसके तुरंत बाद ईरान के विदेश मंत्री ने बताया कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ है लेकिन अगर इजरायल हमला रोकता है तो ईरान भी कोई हमला नहीं करेगा. कुल मिलाकर 12 दिनों से जारी जंग रुक गई है.
इस कथित सीजफायर के पहले ईरान ने बड़ा कदम उठाया था जब उसने अपने परमाणु ठिकानों पर हमले के लिए कतर में अमेरिका के सैन्य बेस- अल-उदीद को निशाना बनाया. हालांकि जिस पोस्ट में ट्रंप ने सीजफायर समझौते का दावा किया था, उसमें उन्होंने ईरान के इस जवाबी हमले पर भी तंज किया था और उसे शुक्रिया कहते हुए दावा किया कि ईरान ने हमले के पहले ही उन्हें जानकारी दे दी थी कि वो हमला करने वाला है.
उन्होंने एडवांस में हमलों की चेतावनी के लिए भी तेहरान को धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा, "मैं हमें शीघ्र सूचना (अर्ली नोटिस) देने के लिए ईरान को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिससे यह संभव हो गया कि कोई जान न जाए और कोई घायल न हो."
क्या ईरान ने फ्रैंडली फायर किया?
ईरान के 3 परमाणु संवर्धन ठिकानों पर अमेरिका के हमले के दो दिन बाद ईरान ने कतर में अमेरिकी अड्डे पर अपना हमला शुरू किया था. स्थानीय समयानुसार देर शाम, कतर की राजधानी में विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं.
कतर ने कहा कि उसे हवाई हमलों के बारे में ईरान से पहले से जानकारी थी और उसकी वायु रक्षा प्रणाली द्वारा मिसाइलों को रोके जाने के बाद से कोई हताहत नहीं हुआ. लेकिन इसने हमले की निंदा करते हुए इसे अपनी संप्रभुता, हवाई क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन बताया.