क्यों पश्चिम एशिया में लगातार बढ़ रही अशांति? ईरान-इजरायल में क्यों नहीं हो रही मध्यस्थता की कोशिश?

हमास प्रमुख इस्माइल हानिया को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था. लेकिन तेहरान स्थित उनके आवास पर हमला कर उनकी और उनके बॉडीगार्ड की हत्या कर दी गई थी. तभी से ईरान और इजरायल में तनाव बढ़ गया है.

Advertisement
Read Time: 4 mins

I

नई दिल्ली:

Iran-Israel War: ईरान और उसके सहयोगियों ने हमास के राजनीतिक नेता की हत्या का जवाब देने की तैयारी कर ली है. हिज़्बुल्लाह ने लेबनान से इज़रायल के उत्तरी इलाक़े पर फिर रॉकेटों से हमला किया है. दूसरी ओर इज़रायल के दक्षिण इलाके के शहर एश्केलॉन और अशदोद पर ग़ाज़ा पट्टी की तरफ़ से हमला किया गया. हालांकि इजरायल के आयरन डोम मिसायलों ने हमलों को नाकाम कर दिया. इजरायल में रविवार को एक फिलिस्तीनी हमलावर ने तीन लोगों पर चाकू से हमला भी किया. होलोन शहर में रविवार सुबह इस वारदात को अंजाम दिया गया. फिलिस्तीनी हमलावर ने इजराइली महिला समेत तीन लोगों पर चाकू से हमला कर दिया. हमले में दो लोगों की मौत हो गई. लगातार हो रही इन घटनाओं से अब पूरे क्षेत्र में युद्ध की संभावना बढ़ गई है. ईरान की स्थानीय मीडिया के मुताबिक़ ईरान की मंशा है कि हूती, हिज़्बुल्लाह और हमास सभी इज़रायल के भीतरी इलाक़ों तक हमला करें. इन हमलों को सिर्फ़ सैन्य ठिकानों तक सीमित न रखने से इज़रायल को गहरी चोट पहुंचेंगी.

हमास नेता इस्माइल हानिया का अंतिम संस्कार जुलूस

क्यों पश्चिम एशिया में लगातार बढ़ रही अशांति?

तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान ने बदला लेने की धमकी दी है. तेहरान में हमास प्रमुख इस्माइल हनिया की हत्या ने ईरान को झकझोर कर रख दिया है. हमास प्रमुख इस्माइल हानिया को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था. लेकिन तेहरान स्थित उनके आवास पर हमला कर उनकी और उनके बॉडीगार्ड की हत्या कर दी गई थी. इजरायल ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और तभी से ईरान और इजरायल में तनाव बढ़ गया है. 

इजरायल भी जवाब देने को तैयार

इजरायल भी उसपर लगातार हो रहे जवाबी हमलों का जवाब देने को तैयार है. हाल ही में इजरायल ने हमलों का बदला लेते हुए सीरिया-लेबनान सीमा पर हमला किया है. जिसमें एक हिज्बुल्लाह लड़ाके की मौत हो गई है. इस दौरान एक ट्रक को भी निशाना बनाया गया. इज़रायल की कोशिश है कि हिज्बुल्लाह तक किसी भी तरह से हथियारों की मदद न पहुंचे. ऊधर ईरान में रूसी सैन्य मालवाहक विमानों के पहुंचने की भी खबर बार-बार आ रही है. कहा जा रहा है कि रूस ईरान को हथियारों की बड़ी खेप भेज रहा है.

Advertisement

इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा है कि वो किसी भी ईरानी हमले के लिए तैयार है. इजरायल के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, ईरान अपने प्रॉक्सी हमास और हिजबुल्लाह और हूती का उपयोग कर उस पर हमले तेज कर सकता है. इजरायल सुरक्षा परिषद ने हाल ही में हुई अपनी बैठक में खामेनेई की खुली धमकी के बाद तेल अवीव और हाइफा में अपने सैन्य ठिकानों को मजबूत करने का आदेश दिया है.

Advertisement
ईरान कुछ दिन में इजरायल पर करेगा हमला

अमेरिका को पूरा विश्वास है कि ईरान आने वाले दिनों में इजरायल पर हमला करेगा. ऐसी परिस्थिति में अमेरिका इजरायल की मदद की तैयारी कर रहा है. तेहरान में इस्माइल हानिया की हत्या के प्रतिशोध में ईरानी हमला 13 अप्रैल को किए गए हमले जैसा ही हो सकता है, लेकिन इसमें लेबनानी हिजबुल्लाह के शामिल होने की काफी संभावना है.

Advertisement
ईरान-इजरायल में क्यों नहीं हो रही मध्यस्थता की कोशिश?

ईरान जवाबी कार्रवाई न करने की किसी भी अनुरोध को सुनने को तैयार नहीं. अमेरिका सैन्य तैयारियों के साथ-साथ कूटनीतिक तौर पर भी जवाबी कार्रवाई रोकना चाहता है. लेकिन तेहरान किसी की नहीं सुन रहा है.ईरान के विदेश मंत्री से बात करने के लिए जॉर्डन के विदेश मंत्रा आयमान सफ़ादी रविवार को तेहरान पहुंचे है. लेकिन अपनी ज़मीन पर हमास प्रमुख की हत्या से बौखलाया ईरान किसी की सुनेगा इसमें शक है. पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत के अनुसार हिज़्बुल्लाह काफी ताकतवर है. ईरान के हिज़्बुल्लाह काफी महत्वपूर्ण है. इस समय कई सार देश मिलकर ईरान से बात कर रहे हैं. ताकि हमला न हो. 

Advertisement

विदेशी मामलों के जानकार कमर आगा के अनुसार ये जंग तो होनी तय है. इजरायल चाहता है कि युद्ध का विस्तार हो.. अगर युद्ध विस्तार होगा तो अमेरिका उसमें शामिल होगा. ये युद्ध फैला दिया जाएगा. इजरायल अगर शांति चाहता तो इस्माइल हानिया को नहीं मारता. जिन्होंने शांति वार्ता की थी.  कमर आगा ने आगे कहा कि अब अमेरिका इस युद्ध में शामिल हो जाएगा. जैसा खबरों में आ रहा है कि अमेरिका अब मिडिल ईस्ट में अतिरिक्त बैलिस्टिक मिसाइल क्रूजर और विध्वंसक भी भेजे हैं और वहां अधिक बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा हथियार भेजने के लिए कदम उठा रहे हैं.