मोरैलिटी पुलिस की हिरासत में एक युवती की मौत को लेकर ईरान में चल रहे विरोध प्रदर्शन में अब तक कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 60 महिलाओं सहित 700 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मालूम हो कि 22 वर्षीय कुर्द युवती महसा अमिनी की ईरान की कुख्यात मोरैलिटी पुलिस द्वारा कथित तौर पर उचित तरीके से हिजाब नहीं पहनने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद हिरासत में मौत हो गई है.
वेब मॉनिटर नेटब्लॉक्स के अनुसार (जैसा कि समाचार एजेंसी एएफपी द्वारा रिपोर्ट किया गया है) ईरानी शासन ने व्हाट्सएप, स्काइप, लिंक्डइन और इंस्टाग्राम जैसे कंम्यूनिकेशन प्लेटफार्मों को भी प्रतिबंधित कर दिया है. इस कार्रवाई में सैकड़ों अधिकार कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को भी गिरफ्तार किया गया है. ईरानी राज्य टेलीविजन ने मरने वालों की संख्या 41 बताई है. ईरानी सरकार के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक और निजी संपत्ति में आग लगा दी है.
ईरान ह्यूमन राइट्स नामक एक ओस्लो-बेस्ड राइट ग्रुप का दावा है कि सुरक्षा कर्मियों को छोड़कर, संख्या 54 है. अधिकार समूहों का यह भी दावा है कि ज्यादातर मौतें मजांदरान और गिलान प्रांतों में हुई है.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और तस्वीरें तेहरान के साथ-साथ देश के अन्य शहरों में भी प्रदर्शनकारियों को सरकार के कड़े कानूनों की निंदा करते हुए दिखाती हैं. सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो में महिलाओं को सामूहिक रूप से देश के कानूनों के विरोध में दिखाया गया है.
ईरान में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन अन्य देशों में भी फैल गए हैं. सैकड़ों प्रवासी ईरानियों ने कई यूरोपीय शहरों में प्रदर्शनकारियों पर सरकार की कार्रवाई और हिजाब पर इसके कड़े कानूनों की निंदा करने के लिए रैली की है.
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