अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि भारत की आर्थिक सफलता पिछले वर्षों में किए गए सुधारों पर आधारित है और विश्वास जताया कि देश 2027 तक एक विकसित राष्ट्र बनने के अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगा. क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों के एक समूह से कहा, ‘‘ भारत का विश्व अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान रहा है और यह अब भी जारी है. हम 2024 में भारत के वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर रहे हैं। 2023 में मजबूत प्रदर्शन के कारण ऐसा किया जा रहा है. भारत की सफलता पिछले वर्षों में किए सुधारों पर आधारित है.''
जॉर्जीवा ने कहा कि भारत को डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, डिजिटल आईडी और डिजिटल को देश की एक मजबूत ताकत बनाने से सबसे अधिक फायदा मिला है. इससे छोटे उद्यमी बाजारों में प्रवेश कर पाते हैं जैसा कि वे पहले नहीं कर पाते थे. आईएमएफ प्रमुख ने कहा, ‘‘ अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत मानता है कि नवाचार ही भविष्य में प्रतिस्पर्धात्मकता को आगे बढ़ाएगा, अनुसंधान एवं विकास में बहुत प्रभावी तथा कुशल निवेश जैसा कि हमने चंद्रमा पर उतरना.... यह भविष्य के विकास के लिए एक मजबूत नींव रखता है.''
भारत को उसकी आजादी के 100 साल पूरे होने यानी 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर किए सवाल पर उन्होंने कहा कि इसे काफी हद तक हासिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे इसके असंभव होने का कोई कारण नजर नहीं आता.''