अफगानिस्तान को 50 हजार टन गेहूं भेजेगा भारत, पाकिस्तान के रास्ते पहुंचेगी मदद

भारत (India) ने गुरुवार को कहा कि वह अफगानिस्तान (Afghanistan) के लोगों को खाद्यान्न सहित मानवीय सहायता प्रदान करने को प्रतिबद्ध है तथा पाकिस्तान के रास्ते गेहूं की आपूर्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और जल्द ही इसे भेजने की तारीख के बारे में जानकारी दी जायेगी.

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गेंहू की पहली खेप की आपूर्ति 30 दिनों के भीतर पूरी करनी होगी. 
नई दिल्ली:

भारत (India) ने गुरुवार को कहा कि वह अफगानिस्तान (Afghanistan) के लोगों को खाद्यान्न सहित मानवीय सहायता प्रदान करने को प्रतिबद्ध है तथा पाकिस्तान के रास्ते गेहूं की आपूर्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और जल्द ही इसे भेजने की तारीख के बारे में जानकारी दी जायेगी. विदेश मंत्रालय (Defence Ministry) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को यह जानकारी दी. अफगानिस्तान को गेहूं की खेप की आपूर्ति को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 50 हजार टन गेहूं की आपूर्ति और इसको पहुंचाने की व्यवस्था की रूपरेखा संबंधी प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं. उम्मीद है कि जल्द ही यह (शुरू) होगा. ''

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यह पूछे जाने पर कि अफगानिस्तान को गेहूं की आपूर्ति कब से शुरू होगी, उन्होंने कहा, ‘‘ जैसा कि मैंने बताया कि यह अंतिम चरण में है और बड़ी जल्दी इसके बारे में (तिथि) बतायेंगे.'' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अफगानिस्तान को गेहूं पहुंचाने को लेकर हाल ही में रोम में भारत ने संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य क्रार्यक्रम के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है. बागची ने कहा, ‘‘भारत, अफगानिस्तान के लोगों को खाद्यान्न, दवा सहित मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.''

गौरतलब है कि भारत ने एक जनवरी को अफगानिस्तान को कोविड रोधी टीके की 5 लाख खुराकों की आपूर्ति की थी. दिसंबर में भारत ने अफगानिस्तान को 1.6 टन चिकित्सा सहायता की आपूर्ति की थी. जनवरी में दो खेप में क्रमश: दो टन और तीन टन जीवन रक्षक दवाएं भेजी गई थीं. भारत ने पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान की जनता के लिए 50,000 टन गेहूं और जीवन रक्षक दवाएं भेजने का एक प्रस्ताव सात अक्टूबर को पाकिस्तान को भेजा था तथा इस्लामाबाद ने नवंबर के अंत में भारत को अपने क्षेत्र से अफगानिस्तान को मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देने की घोषणा की थी. 

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भारत चाहता है कि यह सहायता पाकिस्तान से सड़क मार्ग के जरिये लाभार्थियों तक सीधे पहुंचे और इनका वितरण किसी भरोसेमंद अंतरराष्ट्रीय एजेंसी के जरिए हो. मौजूदा समय में पाकिस्तान केवल अफगानिस्तान को भारत को माल निर्यात करने की अनुमति देता है, लेकिन सीमा पार से किसी अन्य दोतरफा व्यापार की अनुमति नहीं देता है. वहीं, राजनयिक सूत्रों ने सोमवार को बताया था कि सभी बाधाएं दूर कर ली गई हैं और भारत ने पाकिस्तान से अफगान ट्रक चालकों और ठेकेदारों की सूची साझा की है जो पाकिस्तान के रास्ते गेंहू अफगानिस्तान ले जाएंगे तथा गेंहू की पहली खेप की आपूर्ति 30 दिनों के भीतर पूरी करनी होगी. 


 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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