India-US की हिंद-प्रशांत में हो करीबी साझेदारी, तभी होगी China से निपटने की तैयारी : अमेरिकी सांसद

‘‘अमेरिका और भारत के संबंधों (US-India Relations) को आगे ले जाने तथा हमारी रणनीतिक भागीदारी को पूरी तरह से साकार करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दोनों देशों के बीच अधिक सहयोग की जरूरत है.’’- अमेरिकी सांसद

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India-US का गठबंधन परस्पर रूप से लाभकारी है- अमेरिकी सांसद

अमेरिका (US) के एक शीर्ष सांसद ने कहा कि भारत-अमेरिका (US-India) के बीच मजबूत और जीवंत संबंध उनके साझा मूल्यों को दर्शाते हैं. साथ ही उन्होंने दोनों देशों के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अधिक करीबी सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया. कांग्रेस सदस्य जो विल्सन ने इस सप्ताह प्रतिनिधि सभा में कहा कि क्षेत्र में चीन के दुर्भावनापूर्ण लक्ष्यों के संबंध में निश्चित तौर पर परस्पर चिंता के मुद्दे हैं और इन निरंकुश आकांक्षाओं का मुकाबला करने के लिए साझेदारी मजबूत होनी चाहिए.

साउथ कैरोलाइना से कांग्रेस सदस्य विल्सन ने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत के संबंधों को आगे ले जाने तथा हमारी रणनीतिक भागीदारी को पूरी तरह से साकार करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दोनों देशों के बीच अधिक सहयोग की जरूरत है.''

विल्सन ने कहा कि भारत और अमेरिका का गठबंधन परस्पर रूप से लाभकारी है. उन्होंने कहा, ‘‘अध्यक्ष महोदया, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत और सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका के बीच मजबूत व जीवंत संबंधों ने कानून के राज को लेकर हमारे साझा मूल्यों को प्रदर्शित किया है.''

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हाल ही में भारत (India) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमेरिका (US) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के बीच जापान (Japan) में क्वाड (QUAD) बैठक से इतर द्विपक्षीय बातचीत हुई. दो दिन की यात्रा पर जापान पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने जो बाइडेन से कहा कि कहा कि आपसे मिलकर खुशी होती है. उन्होंने कहा, "भारत और अमेरिका के बीच भरोसे का रिश्ता है और व्यापार के अलावा भी दोनों देशों के रिश्ते आगे बढ़ रहे हैं. तकनीक में साझेदारी बढ़ी लेकिन दोनों देशों के रिश्तों में संभावनाओं को और खंगाला जाना ज़रूरी."

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि हिंद प्रशांत क्षेत्र (Indo- Pacific) में समान सोच वाले देशों को साथ में लेकर चलेंगे. क्वाड के साथ आने से विस्तारवादी देशों के खिलाफ मजूबती मिलेगी. 

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वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वो चाहते हैं कि उनके कार्यकाल में भारत के साथ अमेरिका के संबंध मजबूत हों और करीबी हों.  अमेरिका ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का मुद्दा भी उठाया.  जो बाइडेन ने कहा कि पुतिन का रुख एक- या देश का मुद्दा नहीं, यह पूरे विश्व का संकट है. 

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