पाकिस्तान में तीन सीटों से चुनाव लड़ेंगे जेल में बंद इमरान खान, PTI ने की घोषणा

'डॉन' अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, जफर ने कहा कि इस्लामाबाद उच्च न्यायालय तोशाखाना मामले में दोषसिद्धि को चुनौती देने वाली खान की याचिका पर अपना फैसला जल्द सुना सकता है.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
नई दिल्ली:

Elections in Pakistan: पाकिस्तान में चुनाव (Pakistan General Election) की तैयारियां अब शुरू हो गई हैं. जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) आगामी आम चुनाव में कम से कम तीन निर्वाचन क्षेत्रों से लड़ेंगे. उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने बुधवार को यह घोषणा की. पांच अगस्त को इमरान खान को पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग (Pakistan Election Commission) की ओर से दायर तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में इस्लामाबाद की एक निचली अदालत ने दोषी ठहराया था. 

फैसले का मतलब था कि उन्हें पांच साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया. कुछ दिन बाद इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने इमरान खान की तीन साल की सजा को निलंबित कर दिया था लेकिन वह अन्य मामलों में अभी भी जेल में हैं. वकील अली जफर ने अडियाला जेल के बाहर मीडिया से कहा, 'इमरान खान बताना चाहते हैं कि वह पाकिस्तान के कम से कम तीन निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगे.'

'हमें उम्मीद है फैसला जल्द आएगा'

'डॉन' अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, जफर ने कहा कि इस्लामाबाद उच्च न्यायालय तोशाखाना मामले में दोषसिद्धि को चुनौती देने वाली खान की याचिका पर अपना फैसला जल्द सुना सकता है. उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि फैसला जल्द ही सुनाया जाएगा क्योंकि चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया गया है.' जफर ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के निर्देश दिए गए हैं. 

'जेल में बंद कार्यकर्ताओं को दिए जाएंगे टिकट'

उन्होंने कहा, 'जहां तक ​​पीटीआई उम्मीदवारों का सवाल है, जेल में बंद हमारे कार्यकर्ता, जिन्होंने इस कठिन समय में पार्टी के लिए बलिदान दिया है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर 100 प्रतिशत टिकट दिए जाएंगे.' जफर ने कहा, 'बाकी उम्मीदवारों को भी अंतिम रूप दे दिया गया है और उनके नामों की घोषणा जल्द ही की जाएगी.' पीटीआई की अध्यक्ष गौहर खान ने कहा कि पार्टी किसी भी कीमत पर 8 फरवरी को चुनाव कराना चाहती है.

Featured Video Of The Day
RSS Chief Mohan Bhagwat और BJP के अलग-अलग बयानों की पीछे की Politics क्या है?
Topics mentioned in this article