पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakiustan PM Imran Khan) ने शुक्रवार को देर रात अपने देश की जनता को संबोधित किया और फिर सेभारत की तारीफ की. उन्होंने विदेशी मुल्क के इशारे पर उन्हें सत्ता से हटाने की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत एक खुद्दार देश है और उसे कोई भी देश आंखें नहीं दिखा सकता. लेकिन हमारे यहां इंपोर्टेड डेमोक्रेसी लाने की प्रयास हो रहा है. हमारे यहां विदेशी मुल्क के इशारे पर हमारी सरकार को हटाया जा रहा है. बेहद भावुक नजर आ रहे इमरान ने साफ कहा कि उन्होंने अपने साढ़े तीन साल की हुकूमत में कभी विदेशी मुल्क के इशारे पर कोई फैसला नहीं लिया. इमरान खान ने कहा, मेरा परिवार कभी सियासत में नहीं रहा, लेकिन पाकिस्तान की आवाम की भलाई के लिए वो सियासत में आए. इमरान खान ने भारत में ईवीएम (EVM) से वोटिंग का भी जिक्र किया और कहा कि इसके साथ ही हम ईवीएम से मतदान की प्रक्रिया लाए थे. हम चाहते थे कि हम विदेश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वोटिंग का अधिकार दे सकें. इमरान ने आरोप लगाया कि शहबाज शरीफ और बिलावल भुट्टो इतने ही लोकप्रिय हैं तो चुनाव के मैदान में क्यों नहीं आते. ये एक इंपोर्टेड गवर्नमेंट चलाना चाहते हैं. इमरान खान ने रविवार को बड़े विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया.
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पहले भी खुलकर हिन्दुस्तान की तारीफ की
इससे पहले 20 मार्च को इमरान खान ने भारत की प्रशंसा की थी. तब पाकिस्तान के पीएम ने कहा था कि इसने अमेरिकी प्रतिबंधों की परवाह न करते हुए भारत ने रूस से कच्चे तेल का आयात किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की आलोचना करने वाले इमऱान खान ने भारतीय विदेश नीति की खुलकर तारीफ की. खान ने कहा कि वो पड़ोसी मुल्क हिन्दु्स्तान की तारीफ करेंगे क्योंकि उसके पास अपनी एक 'स्वतंत्र विदेश नीति' रही है. इमरान ने कहा कि भारत क्वाड समूह का हिस्सा है और उसने अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद रूस से कच्चा तेल आयात किया. मेरी विदेश नीति भी पाकिस्तानी जनता के हित में रहेगी.
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इससे पहले इमरान खान ने कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इस्तकबाल करते हैं, लेकिन ये सत्ता पलटने की विदेशी साजिश है या नहीं, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने जांच क्यों नहीं बैठाई, इसको देखकर उनको मायूसी है. खान ने कहा कि खुलेआम सांसदों की खरीदफरोख्त हो रही है, सबको पता है कौन जमीर बेच रहे है, कौन सी जम्हूरियत में इसकी इजाजत है. ये पाकिस्तान की डेमोक्रेसी में मजाक बन गया है, जिस तरह से सियासतदान बिक रहे हैं. शरीफ बंधुओं ने सबसे पहले भेड़ बकरी की तरह सियासतदानों को खरीदने का सिलसिला शुरू किया था. आज भी खुलेआम इनकी बिक्री हो रही है. मीडिया भी इस खेल में इनका पूरी तरह साथ दे रहा है.
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इमरान खान ने कहा कि ऐसा कभी उन्होंने किसी पश्चिमी लोकतंत्र में नहीं देखा, क्योंकि वहां उनके खिलाफ जनता खड़ी हो जाती है.लिहाजा पाकिस्तान की आवाम की जिम्मेदारी है कि वो इसके खिलाफ खड़ी हो.दूसरे देशों में जो हमारे दूतावास थे, जिनके जरिये सत्ता पलटने की साजिश थी, उसे हम सार्वजनिक नहीं कर सकते, लेकिन जनता को खुद देखना चाहिए कि क्या हो रहा है. अमेरिका के एक अधिकारी ने खुले तौर पर हमारे राजदूत से कहा कि अगर इमरान खान हट जाए तो पाकिस्तान की मुश्किलें खत्म हो जाएंगे और अमेरिका उन्हें माफ कर सकता है.