- पाकिस्तान में इमरान खान की स्थिति पर सवाल ने पूरे देश में राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है
- खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा और शासन की स्थिति खराब बताकर राज्यपाल शासन लगाने पर विचार किया जा रहा है
- खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने इमरान खान के समर्थन में जेल के बाहर धरना प्रदर्शन किया था
इमरान खान कहां और कैसे हैं... इस सवाल ने पूरे पाकिस्तान में सियासी भूचाल ला दिया है. हंगामा इतना बढ़ गया है कि पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर और पीएम शहबाज शरीफ खैबर पख्तूनख्वा में गवर्नर शासन लगाने की तैयारी में हैं. खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने सेंट्रल जेल रावलपिंडी (अदियाला जेल) के बाहर इमरान खान के समर्थन में रात भर धरना दिया था, अब इसके कुछ दिनों बाद, पाकिस्तान के जूनियर कानून और न्याय मंत्री बैरिस्टर अकील मलिक ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा में राज्यपाल शासन पर विचार किया जा रहा है.
अकील मलिक ने राज्यपाल शासन लागू करने को उचित ठहराने के लिए खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में "सुरक्षा और शासन के मुद्दों" का हवाला दिया है. जियो न्यूज के एक प्रोग्राम में बोलते हुए, मलिक ने कहा कि मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी और उनकी टीम किसी भी तरह की व्यावहारिक स्थिति बनाने में बुरी तरह विफल रही है.
इमरान खान के जिंदा होने का सबूत मांग रही PTI
इमरान खान की पार्टी PTI, उसके नेता और परिजन उनके जिंदा होने का सबूत मांग रहे हैं. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, PTI के संस्थापक इमरान खान से लगातार आठवीं बार मुलाकात से इनकार किए जाने के बाद खैबर पख्तूनख्वा के सीएम अफरीदी ने अदियाला जेल के बाहर रात भर धरना दिया. विरोध प्रदर्शन गुरुवार दोपहर को शुरू हुआ और इसमें केपी कैबिनेट के सदस्य भी शामिल थे. PTI ने फोटो और वीडियो भी शेयर किए हैं, जिसमें अफरीदी और पार्टी कार्यकर्ता शुक्रवार सुबह जेल के बाहर फज्र की नमाज अदा कर रहे थे.
डॉन के अनुसार, अफरीदी ने पार्टी के लाइवस्ट्रीम पर घोषणा की कि धरना समाप्त किया जा रहा है और वह अब इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) का दरवाजा खटखटाएंगे.
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