भारत के साथ अपने रिश्ते को लेकर चर्चाओं में रहे मालदीव (Maldives) को अब आईएमएफ की तरफ से चेतावनी दी गयी है. आईएमएफ ने कहा है कि मालदीव "कर्ज संकट के उच्च जोखिम" में है. आईएमएफ ने कहा कि मालदीव पर कर्ज संकट में फंसने का हाई रिस्क है. गौरतलब है कि मालदीव के राष्ट्रपति ने हाल के दिनों में चीन से भारी कर्ज देश के लिए लिया है. आईएमएफ की तरफ से यह चेतावनी ऐसे समय में दी गयी है जब मुइज्जू ने पिछले महीने ही बीजिंग की यात्रा के दौरान विकास योजना के लिए किए गए सहायता के लिए चीन को धन्यवाद दिया था. बीते कुछ समय में चीन ने मालदीव विभिन्न प्रोजेक्टस के लिए बड़ा लोन दिया हुआ है.
इस बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बुधवार को कहा कि मालदीव अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाकर जल्द ही उस बिंदु पर पहुंच जाएगा जहां किसी ‘‘विदेशी'' सैन्य टुकड़ी की उपस्थिति नहीं होगी. उन्होंने कुछ सप्ताह पहले भारत से मांग की थी कि वह मालदीव से अपने सैनिकों को वापस बुला ले.
भारत विरोधी रुख अपनाकर सत्ता में आए मुइज्जू ने एक दिन पहले घोषणा की थी कि मालदीव पानी के भीतर सर्वेक्षण करने के लिए देश की क्षमताओं को बढ़ाने के अलावा समुद्री, हवाई और स्थलीय क्षेत्रों सहित अपने सभी क्षेत्रों पर स्वायत्त नियंत्रण बनाए रखेगा.
आईएमएफ ने मालदीव को चेतावनी दी है कि वो जल्द से जल्द कर्ज लेने की अपनी नीतियों में बदलाव करे, नहीं तो भारी आर्थिक संकट होने की संभावना है. हालांकि आईएमएफ ने ये नहीं बताया है कि कितना विदेशी कर्ज़ है. आईएमएफ ने कहा है कि नीतिगत परिवर्तनों के बिना, मालदीव भारी आर्थिक मुसीबतों का सामना करेगा.
मालदीव एक ऐसा देश हैं, जहां कई द्वीप मौजूद हैं. पर्यटन के लिहाज से ये देश पूरी दुनिया को आकर्शित करता है. अपने सफेद रेत वाले समुद्र तटों के लिए मालदीव काफी प्रसिद्ध है. देखा जाए तो पर्यटन अर्थव्यवस्था का लगभग एक तिहाई हिस्सा है. कोविड-19 महामारी में देखा गया था कि कैसे पर्यटन से इस देश को रहात मिली थी.
अभी हाल ही में देखा जा रहा है कि मालदीव में एयपोर्ट और होटल का विकास हो रहा है. चीन ऐसे प्रोजेक्टस में मदद कर रहा है, ऐसे में आईएमएफ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इस तरह के विकास से मालदीव पर विदेशी कर्ज हावी होगा.
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