अमेरिकी थिंक-टैंक से जुड़े एक विशेषज्ञ डॉ मैक्स अब्राम्स, जिन्हें बुधवार (स्थानीय समय) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने का अवसर मिला, ने भारतीय नेता के खुलेपन की प्रशंसा की.
नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी, बोस्टन के राजनीति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर अब्राम्स ने ट्वीट किया, "मैं मोदी के साथ बैठक से वास्तव में प्रभावित हुआ. हमें किसी भी सीमा के बारे में पहले से नहीं बताया गया था कि क्या कहा जा सकता है. उन्होंने सभी को उनसे कुछ भी पूछने या बताने की इजाजत दी. उन्होंने ध्यान से सुना और सभी को गंभीरता से जवाब दिए. उन्होंने हमारे बीच में बैठकर विनम्रता के साथ बात की."
पीएम मोदी और थिंक टैंक के विशेषज्ञों के समूह की बैठक भू-राजनीति, वैश्विक आर्थिक स्थिति और आतंकवाद जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित थी.
इस बैठक में शामिल विशेषज्ञों में विदेश संबंध परिषद (सीएफआर) न्यूयॉर्क के नामिनेटेड प्रेसीडेंट और प्रतिष्ठित फेलो माइकल फ्रोमैन भी शामिल थे. उनके अलावा एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट, न्यूयॉर्क के अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और कूटनीति उपाध्यक्ष डैनियल रसेल, एशियन स्टडीज़ सेंटर, द हेरिटेज फ़ाउंडेशन, डीसी के डायरेक्टर जेफ एम स्मिथ, वाशिंगटन डीसी में स्थित 'द मैराथन इनिशिएटिव' के सह-संस्थापक एलब्रिज कोल्बी और इंडस इंटरनेशनल रिसर्च फाउंडेशन, टेक्सास के संस्थापक सदस्य व डायरेक्टर निदेशक (इंडो-यूएस अफेयर्स) गुरु सोवेल बैठक में शामिल थे.
पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क में कई प्रमुख अमेरिकी थिंक टैंकों के विशेषज्ञों से मुलाकात की और कई विकासात्मक और भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने उन्हें भारत आमंत्रित किया.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "प्रमुख थिंक टैंक से जुड़े लोगों के एक समूह से मुलाकात की. हमने नीति निर्माण और उभरते वैश्विक रुझानों के विभिन्न पहलुओं के बारे में बात की. भारत में सकारात्मक बदलावों और हमारे युवाओं द्वारा उन्हें कैसे संचालित किया जा रहा है, इस पर जोर दिया."