यमन के हूती विद्रोहियों ने इजरायल के तीन शहरों पर कई रॉकेट और ड्रोन हमले के साथ ही लाल सागर में अमेरिकी विमानवाहक युद्धपोत यूएसएस हैरी एस ट्रूमैन पर भी हमले का दावा किया है. उनके सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने हूती द्वारा संचालित अल मसीरा टीवी पर प्रसारित एक बयान में शुक्रवार को कहा, "गाजा में हमारे भाइयों के खिलाफ हाल के नरसंहारों के जवाब में हमने चार क्रूज मिसाइलों का उपयोग करके इजरायल के दक्षिणी बंदरगाह शहर इलियट में महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निशाना बनाया है."
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सारेया ने कहा कि उनके समूह ने इजरायल के शहरों तेल अवीव और अश्कलोन में अन्य महत्वपूर्ण ठिकानों को भी निशाना बनाया है. उत्तरी लाल सागर में अमेरिकी विमानवाहक युद्धपोत के आने के बाद यह उसके खिलाफ सातवां हमला है.
'दुश्मन युद्धविराम समझौते को तोड़ता है या...'
सारेया ने कहा, "हम अपने देश के खिलाफ किसी भी घटनाक्रम या अमेरिकी-इजरायल तनाव के लिए खुद के तैयार रहने की पुष्टि करते हैं. हम गाजा में स्थिति की निगरानी करना जारी रखेंगे और यदि दुश्मन (इजरायल) युद्धविराम समझौते को तोड़ता है या गाजा में फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ हमले को आगे बढ़ाता है तो हम उचित विकल्प अपनाएंगे."
उन्होंने कहा कि उनका समूह हमास का तब तक समर्थन करता रहेगा जब तक "इजरायली दुश्मन को पूरे फिलिस्तीन से बाहर नहीं निकाल दिया जाता."
अमेरिका ने किया जवाबी हवाई हमला
बयान के बाद, अल-मसीरा टीवी ने कहा कि यह हमले आज सुबह होने से पहले किए गए. हूती टेलीविजन ने बताया कि अमेरिकी नौसैनिक बलों ने लाल सागर में पांच हवाई हमले किए हैं, जिसमें हूती के कब्जे वाली राजधानी सना के उत्तर में अमरान प्रांत के हर्फ सुफियान जिले में उनके एक सैन्य स्थल को निशाना बनाया गया.
अमेरिकी सेना ने अभी तक घटनाओं पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
इजरायली शहरों और अमेरिकी विमानवाहक पोत के खिलाफ हमले समूह के नेता अब्दुल मलिक अल-हूती के उस बयान के बाद हुए जिसमें उन्होंने गुरुवार रात को कहा था कि यदि इजरायली सेना गाजा युद्धविराम समझौते के कार्यान्वयन से पहले गाजा पट्टी पर हमला जारी रखती है तो उनका समूह इजरायली शहरों के खिलाफ रॉकेट हमले "जारी रखेगा".
हमास और इजरायल के बीच संघर्ष विराम समझौता बुधवार को दोहा में हुआ.