हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के जहाज पर किया हमला, दागी मिसाइल

एक बयान में, ईगल बल्क शिपिंग ने कहा कि जिब्राल्टर ईगल (Gibraltar Eagle), जो स्टील उत्पादों का माल ले जा रहा था, अदन की खाड़ी में उसपर हमला किया गया. बयान में जहाज पर सवार सभी नाविकों के सुरक्षित होने की पुष्टि की गई है.

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बयान में जहाज पर सवार सभी नाविकों के सुरक्षित होने की पुष्टि की गई है.

Houthi Attacks Red Sea: हूती विद्रोहियों ने सोमवार को एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल से अमेरिका के स्वामित्व वाले और संचालित मालवाहक जहाज को निशाना बनाया है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यूएस सेंट्रल कमांड ने कहा कि एम/वी जिब्राल्टर ईगल, एक मार्शल आइलैंड्स-ध्वजांकित बल्क वाहक (Marshall Islands-flagged bulk carrier ), जिसका स्वामित्व और संचालन अमेरिका स्थित ईगल बल्क द्वारा किया जाता है, उसपर हमला किया है. हालांकि हमले में कोई क्षति नहीं हुई है. 

अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन में हूतियों के ठिकानों पर हमले किए हैं. जिसके जवाब में हूतियों ने अब ये जवाबी हमला किया है. 

एक्स पर एक पोस्ट में, यूएस सेंट्रल कमांड ने कहा, "15 जनवरी को लगभग शाम 4 बजे (सना समय), हूती आतंकवादियों ने यमन के हूति-नियंत्रित क्षेत्रों से एक एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल दागी और एम/वी जिब्राल्टर ईगल पर हमला किया. जहाज ने किसी चोट या महत्वपूर्ण क्षति की सूचना नहीं दी है और अपनी यात्रा जारी रख रहा है.

एक बयान में, ईगल बल्क शिपिंग ने कहा कि जिब्राल्टर ईगल (Gibraltar Eagle), जो स्टील उत्पादों का माल ले जा रहा था, अदन की खाड़ी में लगभग 100 मील दूर उसपर हमला किया गया.  बयान में जहाज पर सवार सभी नाविकों के सुरक्षित होने की पुष्टि की गई है.

कौन हैं हूती विद्रोही?

हूती विद्रोही  यन के अल्पसंख्यक शिया ‘ज़ैदी' समुदाय का एक ग्रुप है. 1990 के दशक में उस समय के राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के कथित भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए इसका गठन किया गया था. इस संगठन का नाम उसके संस्थापक हुसैन अल हूती के नाम पर रखा गया था. हूती विद्रोही लंबे समय से अमेरिका के विरोधी रहे हैं.  अमेरिका ने जब इराक पर हमला किया था उस समय भी हूती विद्रोहियो ने अमेरिका के खात्मे की बात कही थी. माना जाता है कि इस संगठन को ईरान का साथ मिलता रहा है. 

इजरायल हमास युद्ध के कारण हो रहे हैं हमले

बता दें कि 7 अक्‍टूबर को हमास के आतंकियों ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था. जिसमें करीब 1140 लोगों की मौत हो गई थी. हमले के दौरान 150 से अधिक लोगों को भी हमास ने बंधक बना लिया था. जिसके बाद इजरायल ने हमास को कुचलने की कसम खाई थी और जवाबी सैन्‍य अभियान शुरू किया था. अब तक इस युद्ध में 20 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. गाजा में इजरायल की चल रही कार्रवाई के जवाब में हूती विद्रोही लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं. 

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