- हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक मीडिया टाइकून जिमी लाई को तीन राष्ट्रीय सुरक्षा आरोपों में दोषी ठहराया गया है
- अदालत ने कहा कि जिमी लाई ने दूसरे देशों को हांगकांग या चीन के खिलाफ कार्रवाई के लिए उकसाया है
- जिमी लाई को अब दोषी पाए जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा का सामना करना पड़ सकता है
हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक मीडिया टाइकून जिमी लाई को देशद्रोह का दोषी करार दिया गया है. जिमी लाई को सोमवार, 15 दिसंबर को तीन राष्ट्रीय सुरक्षा आरोपों में दोषी पाया गया. चीन के फाइनेंसियल हब कहे जाने वाले हांगकांग में इस फैसले को स्वतंत्रता के लिए मौत की सजा के रूप में देखा जा रहा है. अदालत ने कहा है कि जिमी लाई ने दूसरे देशों को हांगकांग या चीन के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उकसाया और वह ऐसी साजिशों के मास्टरमाइंड थे. उन्होंने अपने अखबार में ऐसी खबर छापी, जिससे लोग सरकार के खिलाफ भड़क जाएं.
78 साल के ब्रिटिश नागरिक जिमी लाई ने अदालत में इन आरोपों को स्वीकार नहीं किया था. दोषी साबित होने के बाद उन्हें जेल में अधिकतम आजीवन कारावास की सजा का सामना करना पड़ेगा. न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार वह सोमवार की सजा के खिलाफ अपील कर सकते हैं.
जज ने क्या फैसला सुनाया?
जज ने चीनी सरकार का जिक्र करते हुए कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि (लाई) ने अपनी जवानी के कई सालों तक PRC के प्रति अपनी नाराजगी और नफरत को बरकरार रखा था... हांगकांग के लोगों की मदद करने के बहाने चीन की सरकार को गिराने में मदद के लिए वह बार बार अमेरिका के न्योते पर जाते थे. यह ऐसा ही है जैसे कोई अमेरिकी नागरिक कैलिफोर्निया राज्य की मदद करने की आड़ में अमेरिकी सरकार को गिराने के लिए रूस से मदद मांगता है."
बता दें कि हांगकांग चीन का एक विशेष प्रशासनिक क्षेत्र है, जो 'एक देश, दो सिस्टम' के सिद्धांत पर आधारित है. इस व्यवस्था के तहत, यह मुख्यभूमि चीन का हिस्सा होने के बावजूद, 1997 में ब्रिटेन से हस्तांतरण के बाद से अपनी अलग कानून प्रणाली, अर्थव्यवस्था, मुद्रा और उच्च स्तर की स्वायत्तता (रक्षा और विदेश नीति को छोड़कर) बनाए रखता है. लेकिन हाल के सालों में यहां बीजिंग का प्रभाव बढ़ा है. हांगकांग की स्वायत्तता और लोकतंत्र को कमजोर किया गया है.














