नीदरलैंड में पाया गया HIV का नया 'ज्यादा खतरनाक' वैरिएंट, तेजी से गिराता है इम्युन सिस्टम

स्टडी में यह भी पाया गया है कि इलाज शुरू होने के बाद  वीबी वैरिएंट से ग्रसित मरीजों के इम्युन सिस्टम में रिकवरी और जीवित रहने की स्थिति अन्य वैरिएंट से ग्रसित मरीजों के बराबर ही थी. 

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जल्द से जल्द पहचान और उपचार सर्वोपरि (प्रतीकात्मक तस्वीर)
वाॉशिंगटन:

नीदरलैंड (Netherlands) में एचआईवी (HIV) का नया वैरिएंट (HIV New Variant) मिला है. बताया जा रहा कि ये स्ट्रेन अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है और इम्युन सिस्टम को ज्यादा तेजी से नुकसान पहुंचाता है. ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ताओं ने गुरुवार को नीदरलैंड में दशकों से छिपे एचआईवी के अत्यधिक घातक स्ट्रेन की खोज की घोषणा की. हालांकि, उनका कहना है कि मॉडर्न इलाज की प्रभावकारिता की वजह से "चिंता की कोई बात" नहीं है.

नए वैरिएंट का नाम "VB Variant" है. "साइंस" जर्नल में गुरुवार को प्रकाशित शोधकर्ताओं के विश्लेषण से पता चला है कि जो रोगी इस वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं, उनके खून में वायरस का स्तर अन्य वैरिएंट से संक्रमित लोगों की तुलना में 3.5 से 5.5 गुना अधिक था. साथ ही साथ उनका इम्युन सिस्टम भी ज्यादा तेजी से गिरा.

हालांकि, स्टडी में यह भी पाया गया है कि इलाज शुरू होने के बाद  वीबी वैरिएंट से ग्रसित मरीजों के इम्युन सिस्टम में रिकवरी और जीवित रहने की स्थिति अन्य वैरिएंट से ग्रसित मरीजों के बराबर ही थी. 

ऑक्सफोर्ड इपिडेमोलॉजिस्ट और अध्ययन के मुख्य ऑथर क्रिस वायमेंट ने एएफपी को दिए इंटरव्यू में कहा, "इस नए वैरिएंट से चिंता का कोई कारण नहीं है."

शोधकर्ताओं के अनुसार, आशंका है कि यह वैरिएंट नीदरलैंड में 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत में पैदा हुआ हो, लेकिन 2010 के आसपास इसमें गिरावट शुरू हुई. 

चूंकि आधुनिक इलाज अभी भी वैरिएंट पर काम करते हुए नजर आ रहे हैं, शोध दल का मानना ​​है कि यह वजह हो सकती है कि नीदरलैंड में व्यापक एचआईवी ट्रीटमेंट ने वायरस को बढ़ने नहीं दिया हो. इसे रोकने के लिए जल्द से जल्द पहचान और उपचार सर्वोपरि है. 

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