लंबे समय से हमास की कैद 6 इजरायली बंधकों को शनिवार को रिहा किया गया. रिहाई के बाद ये सभी बंधक इजरायल में अपने-अपने घर पहुंचे. जहां घरवालों से मिलते ही उनकी आखों से आसूओं की धार फूट पड़ी. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने इन बंधकों की रिहाई के बाद वीडियो सोशल मीडिया मंच एक्स पर शेयर किया है. जिसमें अपनों से मिलने की उम्मीद खो चुके बंधक परिजनों को सामने देख अपनी भावनाएं रोक नहीं सके. दरअसल गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत शनिवार को हमास ने 6 इजरायली बंधकों को रिहा किया. अब इजरायल इन 6 बंधकों के बदले 602 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.
IDF के अनुसार रिहा किए गए बंधकों में एक हिशाम अल-सईद भी है. हिशाम अल-सईद हमास की कैद से आजाद हुए पहले इजरायली मुस्लिम हैं. हिसाम अल सईद को गाजा में रेड क्रॉस को सौंपा गया और इसके बाद उन्होंने इजरायली सीमा में प्रवेश किया.
2015 से हमास के कैद में थे हिशाम अल-सईद
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में इजरायली बंधकों की रिहाई पहली बार एक ही दिन में तीन अलग-अलग स्थानों पर की गई. अंतिम हस्तांतरण हिशाम अल-सईद का हुआ है, जो अरब इजरायली बेडौइन समुदाय से आते हैं. 2015 में फिलिस्तीनी क्षेत्र में घुसने के बाद से ही वह हमास की कैद में थे.
हिशाम रेड क्रॉस को सौंपे गए, अन्य 5 बंधकों की रिहाई धूम-धाम से
हमास की ओर से अब तक सभी बंधकों को बड़े समारोह में रिहा किया लेकिन, हिशाम अल-सईद को गाजा शहर में सार्वजनिक कार्यक्रम के बिना रेड क्रॉस को सौंप दिया गया. शनिवार सुबह बाकी पांच बंधकों की रिहाई भी पूरे धूम-धाम से हुई. एलिया कोहेन, ओमर शेम तोव, ओमर वेंकर्ट को नुसेरात, मध्य गाजा से रिहा किया गया, जबकि अवेरा मेंगिस्टू और ताल शोहम को राफा, दक्षिणी गाजा से रिहा किया गया. हमास ने हिशाम अल-सईद को बिना किसी बड़े कार्यक्रम के रिहा करने का कोई कारण नहीं बताया.
अब इजरायल 602 फिलिस्तीनी कैदियों को करेगा रिहा
फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, रिहा किए जाने वाले 602 कैदियों में से 50 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं और 60 को लंबी सजा सुनाई गई है. 7 अक्टूबर 2023 के बाद गाजा में हिरासत में लिए गए 445 लोगों को भी रिहा किया जाएगा. बंधकों और कैदियों की शनिवार की रिहाई इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के पहले चरण का हिस्सा है, जो 19 जनवरी को शुरू हुआ था, जबकि दूसरे चरण की बातचीत अभी शुरू होनी है.