पाकिस्तान (Pakistan) में ऐतिहासिक हसनाबाद पुल (Hassanabad bridge) ढ़ह गया. बढ़े तापमान के कारण ग्लेशियर झील से अचानक शनिवार को बड़ी मात्रा में पानी छोड़ना पड़ा जिसके बाद यह पुल ढह गया. द इन्डिपेन्डेंट के मुताबिक, गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgil-Baltistan) इलाके में मौजूद यह पुल बाढ़ के पानी के तेज बहाव में बह गया. इससे हजारों स्थानीय निवासी और पर्यटक अटक गए हैं. अभी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
पाकिस्तान की क्लाइमेट चेंज के मंत्री और सांसद शेरी रहमान ने पुल के ढहने और पानी का स्तर बढ़ने के बाद इसे बहने की वीडियो जारी की है. कैप्शन में उन्होंने लिखा, मिस रहमान ने जानकारी9 दी कि उत्तरी पाकिस्तान में कराकोरम हाइवे का यह पुल शीशपर ग्लेशियर पिघलने के कारण बह गया.
इस वीडियो में दिखता है कि तेजी से आता पानी ऐतिहासिक पुल की कंक्रीट की दीवार से टकराता है. इसके बाद पुल ढह जाता है. इंडीपेंडेंट ने रिपोर्ट किया है कि इस घटना के बाद स्थानी पुलिस ने ट्रेफिक का रास्ता बदल दिया है और भारी वाहनों को आने-जाने से रोक दिया है.
इसके अलावा अधिकारियों ने यह भी बताया कि ग्लेशियर पिघलने से आई बाढ़ में दो जलविद्युत परियोजनाएं बह गईं, घर डूब गए और खेती और पानी की सप्लाई भी बह गई. स्थानीय अधिकारियों ने कहा है कि ट्रेफिक की आवाजाही दोबारा शुरू करने के लिए अस्थाई पुल दोबारा बनाया जाएगा.
इसबीच यह बताना जरूरी है कि इस साल पाकिस्तान में इस साल कई दशकों बाद अप्रेल में इतनी गर्मी पड़ी है और जकोबाबाद का तापमान 49 सेल्सियस तक पहुंच गया. अपने ट्विटर पोस्ट में रहमान ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान के कई इलाके फिलहाल गर्मी से बेहाल हैं. उन्होंने कहा, ध्रुवीय क्षेत्र के बाद पाकिस्तान में सबसे अधिक ग्लेशियर हैं, और वैश्विक तापमान बढ़ने के कारण वह ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं,"