- मोरक्को में GEN Z युवाओं के नेतृत्व में सार्वजनिक सेवाओं की बदहाली के खिलाफ लगातार 5वें दिन विरोध प्रदर्शन
- पुलिस ने कथित आत्मरक्षा में प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई जिससे दो लोगों की मौत हो गई और हिंसा भड़क गई
- सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और 2030 विश्व कप के लिए अरबों खर्च कर रही लेकिन स्कूल और अस्पताल बदहाल- आरोप
दुनिया के कई हिस्सों में अचानक युवाओं, खासकर GEN Z का आंदोलन शुरू हो गया है, वो अपने अधिकारों, सरकारों की उदासीनता और देश की बदहाली के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं. नेपाल और मेडागास्कर में हुए GEN Z आंदोलन ने पहले ही दोनों जगह सरकार को गिरा दिया है और अब ऐसा ही उबाल मोरक्को में देखने को मिल रहा है. मोरक्को में सरकार विरोधी GEN Z प्रदर्शनकारियों ने बुधवार, 1 अक्टूबर को लगातार पांचवीं रात सड़कों पर जाम लगा दिया. मोरक्को में सार्वजनिक सेवाओं की बदहाली को लेकर शुरू इस विरोध प्रदर्शन ने घातक हिंसा का रूप ले लिया है. नाराज युवा सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को आग लगा रहे हैं. ऐसे में पुलिस ने कथित तौर पर आत्मरक्षा (सेल्फ डिफेंस) में प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है.
GEN Z मोरक्को की सरकार से नाराज क्यों?
एपी की रिपोर्ट के अनुसार मोरक्को में इंटरनेट से लैस इन युवाओं के दबदबे वाले नेतृत्वहीन आंदोलन ने इस देश को आश्चर्यचकित कर दिया है. यह सालों में मोरक्को के सबसे बड़े विरोध- प्रदर्शनों में से एक के रूप में उभरा है. इन युवाओं के पास प्रदर्शन करने के लिए अधिकारियों से मिली कोई परमिट नहीं है, इसके बावजूद वे नए स्थानों पर फैलते दिखाई दिए.
नेपाल और मेडागास्कर की तरह ही मोरक्को के इन आंदोलन को "GEN Z विरोध प्रदर्शन" का नाम दिया गया है. इसमें भाग लेने वाले युवा इसे मोरक्को में फैले व्यापक भ्रष्टाचार के विरोध के रूप में देखते हैं. सड़को पर नारों और पोस्टरों के माध्यम से अपना गुस्सा जाहिर करे हैं. उनका कहना है कि सरकार के पास 2030 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए अरबों हैं लेकिन देश के कई स्कूलों और अस्पतालों में धन की कमी है और वे गंभीर स्थिति में हैं.
हाथ से निकल रहा हिंसक प्रदर्शन
एपी की रिपोर्ट के अनुसार मोरक्को के एक दर्जन से अधिक शहरों में बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियों के बाद, बुधवार शाम को कई शहरों में हिंसा भड़क उठी. यह खासकर उन जगहों पर हुआ जहां बेरोजगारी ज्यादा है और सामाजिक सेवाओं की कमी है. रिपोर्ट के अनुसार मोरक्को की राजधानी के ठीक बगल में स्थित गरीब शहर, सेल में सैकड़ों नकाबपोश युवाओं - जिनमें ज्यादातर किशोर थे - को कारों, बैंकों और दुकानों में आग लगाते, खिड़कियां तोड़ते और लूटपाट करते देखा गया. जबकि वहां कोई पुलिस नजर नहीं आ रही थी.
इसके बावजूद मोरक्को में विरोध प्रदर्शन बढ़ गए हैं. मंगलवार और बुधवार को और ये अधिक विनाशकारी हो गए हैं. मंगलवार को फिल्माए गए फुटेज में प्रदर्शनकारियों को इंजेगेन और ऐट अमीरा सहित देश के पूर्व और दक्षिण के शहरों और कस्बों में पत्थर फेंकते और वाहनों को आग लगाते हुए देखा गया.
(इनपुट- एपी)
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