लंदन. ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन देश के समुद्री तटों पर पहुंच रहे शरणार्थियों की संख्या बढ़ने को सीमा पर घुसपैठ बताने को लेकर विपक्ष और शरणार्थियों के पैरोकारों की आलोचना का सामना कर रही हैं. भारतीय मूल की मंत्री ने सोमवार शाम संसद में कहा था कि देश में अवैध प्रवासी ‘‘नियंत्रण से बाहर'' हैं. उन्होंने कहा कि छोटी नौकाओं के जरिये इंग्लिश चैनल से होकर काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, जिससे सभी के रहने की व्यवस्था कर पाना असंभव हो गया है.
उनका यह बयान, सप्ताहांत में इंग्लैंड के दक्षिणी तट पर एक शरणार्थी केंद्र पर एक पेट्रोल बम फेंके जाने की हिंसक घटना के बाद आया है. ब्रेवरमैन ने ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमंस' में कहा, ‘‘ब्रिटिश जनता यह जानने की हकदार है कि हमारे दक्षिणी तट पर शरणार्थियों को रोकने के लिए कोई सी पार्टी गंभीर है और कौन नहीं है.''
उन्होंने कहा, ‘‘करीब 40,000 लोग इस साल दक्षिणी तट पर पहुंचे हैं. उनमें से कई लोग आपराधिक गिरोहों के सदस्य हैं, इसलिए यह मानकर क्या उन्हें रोकना चाहिए कि वे सभी शरणार्थी संकट में हैं. पूरा देश जानता है कि यह सही नहीं है.''
गृह विभाग में उनके कनिष्ठ मंत्री, आव्रजन मंत्री रॉबर्ट जेनरिक ने उनके बयान का बचाव करते हुए कहा कि ब्रेवरमैन शरणार्थियों की बड़ी संख्या के बारे में सही हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को (इंग्लिश) चैनल पार करने को घुसपैठ के रूप में वर्णित करना चुनौती की गंभीरता को बताता है और ब्रेवरमैन यही बताने की कोशिश कर रही थीं.
विपक्षी लेबर पार्टी ने गृह मंत्री पर भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और स्कॉटिश नेशनल पार्टी ने कहा कि इस तरह की भाषा लोगों के कल्याण के लिए करूणामय पद्धतियों का इस्तेमाल करने की प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के दावे का माखौल उड़ाती है.
ब्रिटेन की रिफ्यूजी काउंसिल ने भी ब्रेवरमैन की भाषा की निंदा की है. इस बीच, ब्रेवरमैन को गृह मंत्री नियुक्त करने के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के फैसले पर सवाल उठाये गये, लेकिन सुनक अपने फैसले पर अडिग रहे. ब्रेवरमैन ने लिज ट्रस की कैबिनेट से इसी पद से इस्तीफा दे दिया था.
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