इजरायल (Israel) के प्रधानमंत्री (PM) ने रविवार को अधिकतम सुरक्षा वाली जेल (Maximum Security Jail) की पूर्व महिला गार्ड (Former Female Guard) के उन आरोपों की जांच का वादा किया, जिसमें महिला ने आरोप लगाए थे कि उसे उसके वरिष्ठ अधिकारियों ने "सेक्स स्लेव" की तरह काम करने को मजबूर किया और फलिस्तीनी कैदियों ने उसका कई बार बलात्कार किया. कई सालों से इज़रायली मीडिया में यह रिपोर्ट्स आ रहीं थीं कि जिलबोआ (Gilboa) जेल में महिला गार्ड्स का कैदी शोषण करते हैं.
यह जेल प्रबंधन पिछले साल ताजा जांच के घेरे में आ गया जब 6 फलिस्तीनी कैदी जिलबोआ की जेल से सुरंग बना कर ड्रेनेज सिस्टम के जरिए भाग गए. पिछले साल से इस जेल को लेकर कई खुलासे हुए हैं, जिसमें कुछ इज़रायली मीडिया जिलबोआ को 'देह-व्यापार' का अड्डा बताते हैं. साथ ही ऐसी कई रिपोर्ट सामने आई हैं जहां पुरुष सुपरवाइजडर महिला गार्ड्स को ऐसे हालात में काम करने को मजबूर करते हैं जहां कैदी उनका आसानी से शोषण करते हैं.
लेकिन पिछले हफ्ते एक महिला ने खुद को जिलबोआ की पूर्व गार्ड बताते हुए नाम ना बताने की शर्त पर ऑनलाइन गवाही दी कि फलिस्तीनी कैदियों ने उसका कई बार बलात्कार किया.
उसने कहा, उसे वरिष्ठ अधिकारियों ने "उसे सौंप दिया था" और वो फिर वो उसकी "निजी सेक्स स्लेव बन गई." उनसे कहा, " मैं नहीं चाहती कि मेरा बलात्कार हो, और बार-बार मेरे शरीर की सीमाओं का उल्लंघन हो."
महिला की वकील केरेन बारक ने इजरायल के चैनल 12 पर दी गई इस गवाही की पुष्टि की और कहा कि उनकी क्लाइंट को इस घटना के बाद मानसिक सहायता की ज़रूरत है.
इन घटनाक्रमों पर इजरायल के प्रधानमंत्री याइर लैपिड (Yair Lapid) ने अपनी कैबिनेट से रविवार को कहा, " इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता कि एक सैनिक का उसकी सेवा के दौरान आतंकवादी बलात्कार करें."
लैपिड ने कहा, "इसकी ज़रूर जांच होगी. हम यह यह सुनिश्चित करेंगे कि सैनिक को सहायता मिले."