ब्रिटिश सरकार ने लीवरपूल (Liverpool) में रविवार को हुए कार बम धमाके (car bomb explosion) के बाद आतंकवाद के खतरे का स्तर बढ़ा दिया है. इस हमले में एक शख्स की मौत हो गई थी. ब्रिटिश सरकार ने जांच के बाद इसे आतंकी घटना भी घोषित किया गया है. खबरों के मुताबिक, टैक्सी ड्राइवर की सूझबूझ के कारण इस हमले में जानमाल का नुकसान कम रहा, वरना कई लोगों की जान जा सकती थी. इस विस्फोट के लिए देसी बम का इस्तेमाल किया गया था. आतंकी घटना (Terrorist Attack) घोषित करने के साथ गृह मंत्रालय ने आतंकवाद के खतरे के लेवल को महत्वपूर्ण से बढ़ाकर गंभीर कर दिया है.
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ऐसे लेवल पर आतंकी हमले की आशंका बहुत ज्यादा होती है. लीवरपूल के वुमेन हास्पिटल के बाहर हुए विस्फोट में एक शख्स की मौत हुई थी. आतंकवादरोधी पुलिस ने मामले की जांच को अपने हाथ में ले लिया है और खुफिया एजेंसी ‘एमआई5' भी मामले को देख रही है. पुलिस ने पहले तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. आतंकवाद रोधी पुलिस के प्रमुख रस जैक्सन ने कहा कि चौथे संदिग्ध को भी पकड़ा गया है. ऐसा लगता है कि टैक्सी यात्री ने आईईडी बनाया था जिसमें विस्फोट हो गया.
संदिग्ध ने लीवरपूल महिला अस्पताल के लिए टैक्सी ली थी जो 10 मिनट की दूरी पर था. जब टैक्सी अस्पताल पर पहुंची तो कार के अंदर से धमाका हुआ और आग ने गाड़ी को अपनी चपेट में ले लिया. हालांकि टैक्सी ड्राइवर कार में से निकल गया था. इससे पहले आतंकवाद रोधी कानून के तहत 21 से 29 साल के तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है. विस्फोट में मारे गए यात्री की पहचान नहीं हो सकी है. घायल टैक्सी चालक को अस्पताल ले जाया गया है जहां उसका इलाज किया गया. उसे अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है.
घटना ऐसे समय में हुई है जब ब्रिटेन ‘रिमेम्बरेंस संडे' (स्मरण रविवार) को लेकर 2 मिनट का मौन रख रहा था. दो विश्व युद्धों और अन्य संघर्षों में ब्रिटेन, राष्ट्रमंडल सेना, असैन्य कर्मचारियों और महिलाओं के योगदान को याद रखने के लिए हर साल नवंबर के दूसरे रविवार को ‘रिमेम्बरेंस संडे' मनाया जाता है.ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और गृह मंत्री प्रीति पटेल ने विस्फोट के मद्देनजर ट्विटर पर बयान जारी किए.