इजरायल ने हमास के कई नेताओं को मौत के घाट उतार दिया है. पिछले दिनों हमास का मुखिया याह्या सिनवार भी इजरायली हमलों में मारा गया. इसके बाद ये चर्चा शुरू हो गई थी कि अब हमास की कमान कौन संभालनेगा? इजरायल से जारी संघर्ष के बीच कौन हमास का नया मुखिया होगा? लेकिन सूत्रों के मुतबिक, अब हमास का कोई एक मुखिया नहीं होगा. हमास एक नई रणनीति पर काम कर रहा है. ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या हमास ने यह फैसला इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खौफ के कारण लिया गया है या इसके पीछे कोई और वजह है?
क्यों नहीं चुना जा रहा हमास का नया प्रमुख
हमास के दो सूत्रों ने बताया, "फिलिस्तीन द्वारा समर्थित समूह अपने प्रमुख याह्या सिनवार की मौत के बाद किसी एक को संगठन की कमान सौंपने की बजाए दोहा- आधारित सत्तारूढ़ समिति की नियुक्ति की दिशा में आगे बढ़ रहा है." हमास के एक जानकार सूत्र ने एएफपी को बताया, "हमास नेतृत्व की सोच शहीद याह्या सिनवार के उत्तराधिकारी को तब तक नियुक्त नहीं करना है, जब तक कि मार्च में होने वाले अगले चुनाव स्थितियां इसकी अनुमति नहीं देती हैं."
हमास को अब कौन संभालेगा?
सूत्र ने कहा, 'तेहरान में राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानियेह की हत्या के बाद अगस्त में गठित पांच सदस्यीय समिति "समूह का नेतृत्व संभालेगी". उनकी मृत्यु से पहले गाजा में सिनवार के साथ कम्यूनिकेशन की मुश्किलों को देखते हुए इस समिति का गठन किया गया था." बता दें कि जुलाई में हनियेह की हत्या के बाद हमास का प्रमुख बनाने से पहले, सिनवार को 2017 में समूह का गाजा प्रमुख नामित किया गया था. सूत्र ने कहा कि समिति दो फिलिस्तीनी क्षेत्रों और समुदाय के प्रतिनिधियों से बनी है. इसमें गाजा के लिए खलील अल-हया, वेस्ट बैंक के लिए ज़हेर जबरीन और विदेश में फिलिस्तीनियों के लिए खालिद मेशाल को शामिल किया गया है. इसमें हमास की शूरा सलाहकार परिषद के प्रमुख मोहम्मद दरविश और राजनीतिक ब्यूरो के सचिव भी शामिल हैं, जिनकी सुरक्षा कारणों से कभी पहचान जाहिर नहीं की जाती है. समिति के सभी मौजूदा सदस्य कतर स्थित हैं.
हमास को अब सिर्फ एक शख्स नहीं चलाएगा
सूत्र के अनुसार, समिति को "युद्ध और असाधारण परिस्थितियों के दौरान आंदोलन को नियंत्रित करने के साथ-साथ इसकी भविष्य की योजनाओं" का काम सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि यह "रणनीतिक निर्णय लेने" के लिए अधिकृत है. समूह के एक अन्य सूत्र ने कहा कि हमास नेतृत्व ने एक प्रस्ताव पर चर्चा की जो उनके नाम की घोषणा किए बिना एक राजनीतिक प्रमुख नियुक्त करने के लिए "आंतरिक रूप से" बनाया गया था. बता दें कि हमास के 7 अक्टूबर के हमले से भड़के क्षेत्र में विनाशकारी युद्ध के एक साल से अधिक समय के बाद, बुधवार को दक्षिणी गाजा में इजरायली सैनिकों ने सिनवार को मार डाला था.
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले के बाद कसम खाई थी कि वह हमास को पूरी तरह से खत्म कर देंगे. इस कसम को पूरा करने के लिए इजरायल की सेना ने हमास के लगभग सभी नेताओं को मौत के घाट उतार दिया है. जैसे ही हमास का कोई नया प्रमुख नियुक्त होता है, वैसे ही इजरायली सेना के टारगेट पर वो आ जाता है. ऐसे में हमास ने किसी एक नेता को मुखिया बनाने की बजाए कमिटी का गठन किया है. क्या इजरायल के टारगेट पर अब हमास की ये नई कमिटी नहीं होगी..?