कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के बारे में दी जा रही जानकारी (Information) पर दुनिया भर के बड़े मीडिया और सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म संवेदनशील हैं. कोरोना वैक्सीन (Covid19 Vaccine) और इसके इलाज/ बचाव के बारे में छान-बीन कर जानकारी सार्वजनिक मंच (Public Platform) पर रखी जाती है. ऑनलाइन म्यूज़िक स्ट्रीमिंग सर्विसेज़ (Online Music Streaming services) का प्रयोग करने वाले स्पॉटिफाई (Spotify) के पॉडकास्ट (Podcast) भी वाकिफ होंगे, ऐसी आम धारणा होती है. यहां केवल दुनिया भर का संगीत (Music) ही नहीं मौजूद है बल्कि दुनिया के अलग-अलग मुद्दों पर चर्चाएं (Discussions) , इंटरव्यूज़ (Interviews), करेंट अफेयर्स (Current Affairs) , और विशेषज्ञों की राय (Expert Opinion) भी सुनी जा सकती है. ऐसे में दुनिया के सबसे बड़े म्यूज़िक स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म्स में से एक स्पॉटिफाई ( Spotify) पर कोरोनावायरस (SARS COV 2) के बारे में दी गई जानकारी पर विवाद हो गया है. इसके चलते स्पॉटिफाई को भी मार्केट में बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है.
म्यूज़िक स्ट्रीमिंग क्षेत्र की अग्रणी कंपनी स्पॉटिफाई का कहना है कि अब वो कोविड -19 से जुड़े तत्थों पर बात कर रहे पॉडकास्ट्स पर अपने श्रोताओं का गाइड करना शुरू करेगी. इससे पहले कोविड-19 के बारे में भ्रामक जानकारी का आरोप लगाते हुए कुछ कलाकारों ने स्पॉटिफाई से अपने गाने वापस ले लिए थे.
Spotify पर Covid19 की "ग़लत जानकारी" का पूरा मामला
अब इसे ज़रा यूं समझिए कि स्पॉटिफाई (Spotify) पर एक तरफ हैं 76 साल के अमेरिकी-कनाडाई रॉकस्टार गायक-लेखक नील यंग (Neil young) जो 1966 में कनाडा से कैलिफोर्निया पहुंचे और अपना बैंड बफेलो स्प्रिंगफील्ड (Buffalo Springfield) बनाया. यू ट्यूब म्यूज़िक के अनुसार हार्वेस्ट (Harvest), कम्स ए टाइम (Comes a Time), और सिल्वर एंड गोल्ड (Silver & Gold) जैसी एल्बम्स ने इन्हें सफलता के उस मुकाम पर पहुंचाया जहां आज भी करोड़ों युवा इनके गानों के दीवाने हैं. नील यंग ने स्पॉटिफाई पर कोविड-19 के बारे में भ्रामक और ग़लत जानकारी दिए जाने पर नाराज़गी जताई और गुस्से में Spotify से अपने गाने वापस ले लिए.
दूसरी तरफ हैं कि 54 साल के जो रोगन (Joe Rogan). स्पॉटिफाई पर दी गई जानकारी के अनुसार जो रोगन, द जो रोगन एक्सपीरिएंस (The Joe Rogan Experience) नाम से एक पॉडकास्ट करते हैं. यहां डॉक्टर्स, प्रोफेसर्स, मैथमैटीशियन्स से लेकर कई अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों से बात की जाती है. Joerogan.com के मुताबिक जो रोगन एक अमेरिकन प्रेजेंटर हैं, स्टैंड अप कॉमेडियन हैं और मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के भी उस्ताद हैं. रोगन पर आरोप है कि उन्होंने युवाओं को वैक्सीन लेने से हतोत्साहित किया और कोविड के इलाज के लिए एंटी पैरासाइटिक ड्रग आईवरमैक्टिन लेने को उकसाया.
दोनों ही अपने-अपने क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त हैं और इनकी Spotify पर बड़ी फॉलोइंग रही है. जो रोगन ने अपने पॉडकास्ट में कुछ डॉक्टर्स से बात की थी. इसके बाद मेडिकल प्रोफेशनल्स ने कहा कि Spotify पर रोगन Covid-19 वैक्सीन के बारे में कई झूठ और भ्रम फैला रहे हैं आप इन्हें रोकिए. जॉनी मिशेल (Jonny Mitchell) और नील यंग (Neil young) ने Spotify से मांग की थी कि या तो उनका म्यूज़िक (Music) हटा दिया जाए या फिर जो रोगन (Joe Rogan) के Spotify पॉडकास्ट को हटा दिया जाए.
इसके बाद Spotify ने जो रोगन के साथ कई सालों के लिए हुई $100 मिलियन की डील ($100 Million Deal) को बरकरार रखा और नील यंग के गाने अपने कैटलॉग से हटाने शुरू किए.
ब्रिटेन के शादी खानदान के सदस्यों ड्यूक और डचेज़ ऑफ ससेक्स ( प्रिंस हैरी और मेघन मर्केल) ने भी स्पॉटिफाई पर ग़लत जानकारी होने पर चिंता ज़ाहिर की लेकिन उन्होंने कहा कि वो स्पॉटिफाई पर अपना कंटेट पब्लिश करना जारी रखेंगे.
इस पूरे प्रकरण के बाद रोगन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर इस पर खेद जताया है कि नील यंग और मिशेल ने स्पॉटिफाई से अपना म्यूज़िक वापस ले लिया और साथ ही उन्होंने अपने पॉडकास्ट विवाद पर सफाई भी दी है. जो रोगन ने कहा कि वो खुद नील यंग के बहुत बड़े फैन रहे हैं.
Joe Rogan के पॉडकास्ट में क्या था?
रोगने ने सफाई देते हुए अपने दो एपीसोड्स (Episodes) की बात की है जहां उन्होंने कार्डियोलॉजिस्ट (Cardiologist) और एक mRNA तकनीक पर काम करने वाले वायरोलॉजिस्ट( Virologist) से बात थी. इस तकनीक से कोविड-19 की कई वैक्सीन बनाई गईं हैं.
जो रोगन ने कहा, "उनकी राय मुख्यधारा की राय से अलग है. कोरोना के बारे में लगातार राय बदलती रही है. कल जो भ्रामक था वो आज साबित हो रहा है जैसे कपड़े के मास्क पर राय. मैं उनकी राय सुनना चाहता था. मैं सच सुनना चाहता था. मैं अलग राय वाले लोगों के साथ बातचीत के लिए हमेशा उत्सुक रहा हूं."
जो रोगन ने कोरोना से जुड़े कंटेट के लिए स्पॉटिफाई की तरफ से अलग एडवायज़री का भी स्वागत किया है. उन्हें नील यंग के फैसले पर दुख जताया और कहा कि श्रोताओं की सुरक्षा और क्रिएटर्स की स्वतंत्रता, दोनों का संतुलन ज़रूरी है.
Spotify की ओर से आया बयान
इसके बाद स्पॉटिफाई के सीईओ डेनियल एक (Daniel Ek) ने बयान दिया कि वो कोविड19 के बारे में किसी भी चर्चा वाले पॉडकास्ट में एडवायज़री (Advisory) जोड़ने पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "यह सलाह हमारे श्रोताओं को कोविड-19 के लिए मौजूद विशेष हब की तरफ ले जाएगी जहां आंकड़ों पर आधारित जानकारी, वैज्ञानिकों, डॉक्टर्स, पब्लिक हैल्थ अथॉरिटीज़ की तरफ से दी गईं विश्वस्नीय जानकारियां होंगी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी अपने प्लैटफॉर्म के नियम भी पब्लिश करेगी जिसमें क्रिएटर्स के लिए "खतरनाक" और "भ्रामक" सामग्री के नियम भी होंगे. ग़लत जानकारियों से लड़ने नए प्रयास कुछ दिन में जारी किए जाएंगे.
इस पूरे मामले में एक तरफ जहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ खड़े होने के लिए स्पॉटिफाई की तारीफ हो रही है तो दूसरी ओर कोविड 19 पर ग़लत जानकारी के खिलाफ खड़े होने के लिए नील यंग की विश्व स्वास्थ्य संगठन तक ने तारीफ की.
याहू फाइनेंस की एक रिपोर्ट कहती है कि IFPI की ताजा ग्लोबल रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की म्यूज़िक स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री में 31% सब्सक्राइबर्स (Subscribers) स्पॉटिफाई सुनते हैं, इसके बाद एपल म्यूज़िक के पास 15% सब्सक्राइबर्स हैं, एमेज़ॉन म्यूज़िक और टेनसेंट के पास 13%-13% प्रतिशत सब्सक्राइबर्स हैं तो गूगल के यूट्यूब म्यूज़िक के पास 8% सब्सक्राइबर्स हैं. इसका मतलब यह कि म्यूज़िक स्ट्रीमिंग के मामले में स्पॉटिफाई बड़े-बड़े दिग्गजों से आगे चल रहा है. देखना होगा कि वो इस ताज़ा विवाद से कब तक उबर पाता है.