इलॉन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर (Twitter) का बॉस बनने के बाद आधिकारिक तौर पर वेरिफिकेशन सिस्टम (Verification System) के लिए पैसा चुकाने का सिस्टम लॉन्च कर दिया है, और कुछ यूजर्स ने इसका दुरुपयोग भी शुरू कर दिया है. फेक न्यूज़ (Fake News) फैलाने वाले आठ डॉलर प्रतिमाह चुका कर नकली पहचान के साथ यह का कर रहे हैं. साथ ही उनके कंटेट को बिना जांचे-परखे ट्विटर की एल्गोरिदम बढ़ावा दे रही है. इससे कई लोग प्रभावित हुए हैं. जैसे अमेरिकी प्रोफेशनल बास्केटबॉल प्लेयर लीब्रोन जेम्स.
तेजी से बढ़ रहा एक फेक अकाउंट उनके बारे में गलत जानकारी फैला रहा है. इसके बाद अमेरिका के निनटेंडो का एक फेक अकाउंट है, ब्लू टिक के साथ जो पॉपुलर मारियो कैरेक्टर को मिडिल फिंगर दिखाते हुए दिख रहा है.
नए ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन ब्लू टिक के साथ आते हैं और सेलेब्रिटीज़ को दिए गए ब्लू टिक जैसे ही दिखते हैं. अगर एक यूज़र फीड देखेगा तो नया टिक बिल्कुल वैसा ही दिखेगा. अंतर तब पता चलता है कि जब यूज़र बैज पर क्लिक करता है. फिर उन्हें पता चलता है कि यह यह किसी विशेष व्यक्ति को दिया गया है या फिर पैसे देकर लिया गया है.
ऐसे बहुत से अकाउंट सस्पेंड हो गए हैं लेकिन ऐसे फेक पोस्ट पूरे प्लैटफॉर्म पर फैल रहे हैं. बड़ी संख्या में कर्मचारियों के निकाले जाने के कारण ट्विटर के लिए पेमेंट के समय किसी अकाउंट को जांचना मुश्किल होता जा रहा है और फेक यूज़ को फैलने से रोकने में भी मुश्किलें आ रही हैं.
ट्विटर ने बुधवार को एक और फीचर निकला जिसमें संगठनों और सेलेब्रिटीज़ को एक ग्रे "ऑफीशियल" लेबल दिया गया था लेकिन कुछ घंटों बाद ही इसे खत्म कर दिया गया.