वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने अपने करियर की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका में 'अवैध रूप से' काम किया था. रिपोर्ट के अनुसार, मस्क, जो मूल रूप से दक्षिण अफ्रीका से हैं, उन्होंने 1995 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी. इस बीच उन्होंने अपनी पहली कंपनी, ज़िप2 पर चार साल तक काम किया था. जिसके बाद इसे लगभग 300 मिलियन डॉलर में बेच दिया गया. इस दौरान, वे बिना किसी उचित अनुमति के काम कर रहे थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्क के दो पूर्व सहयोगियों ने बताया कि मस्क को अमेरिका में कार्य करने की अनुमति 1997 के आसपास मिली थी. नियमों के अनुसार, मस्क अमेरिका में विदेशी छात्र होने के नाते कंपनी बनाने के लिए स्कूल नहीं छोड़ सकते थे.
पोस्ट ने कहा कि छात्र वीजा की अवधि से अधिक समय तक रहना ज्यादातर मामलों में आम बात है, हालांकि, यह अभी भी अवैध है. इसके बावजूद, मस्क ने हमेशा कहा है कि एक छात्र से उद्यमी बनने तक का उनका समय एक "लीगल ग्रे एरिया" है.
रिपोर्ट में 2020 के एक पॉडकास्ट का भी हवाला दिया गया है जिसमें मस्क ने कहा था कि वह कानूनी तौर पर अमेरिका में थे, लेकिन उन्हें छात्र कार्य करना था. उन्होंने कहा, "मुझे किसी भी तरह का काम करने की अनुमति थी."