अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूरी फिल्म दिखाने से पहले एक टीजर दिया है. फिल्म का टॉपिक क्या है, यह तो पता है लेकिन फिल्म में एक्टर कौन है, यह आधिकारिक तौर पर नहीं पता. उन्होंने कहा है कि वो गुरुवार, 9 मई को एक "बहुत, बहुत बड़ी घोषणा" करने जा रहे हैं. ट्रंप ने कहा है कि वो गुरुवार को एक बड़े और अत्यधिक सम्मानित देश के साथ एक “प्रमुख व्यापार डील” करने जा रहे हैं. ट्रंप की तरफ से व्यापार डील की घोषणा से एक दिन उसका टीजर देने की टाइमिंग खास है. ऐसा इसलिए हैं क्योंकि अमेरिका और चीन के प्रतिनिधि इस सप्ताह के अंत में स्विट्जरलैंड में बातचीत के लिए मिलने वाले हैं. दोनों देशों के बीच शुरू व्यापार युद्ध, जिसने वैश्विक अर्थव्यवस्था को बाधित किया, उसे हल करने की दिशा में पहला कदम हो सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने खुद के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा, "कल सुबह 10:00 बजे, ओवल ऑफिस में एक बड़े और अत्यधिक सम्मानित देश के प्रतिनिधियों के साथ एक प्रमुख व्यापार समझौते के संबंध में बड़ी न्यूज कॉन्फ्रेंस होगी. यह कईयों में से पहला है!!!"
ट्रंप ने लंबे समय तक खुद को "डीलमेकर-इन-चीफ" के रूप में प्रचारित किया है. वो अमेरिका के साथ व्यापार समझौतों पर साइन करने के लिए देशों को मजबूर कर रहे हैं और इसी लिए उन्होंने उन पर टैरिफ लगाकर वैश्विक व्यापार बाजार को बाधित कर दिया. अब तक ट्रंप ने नहीं बताया है कि गुरुवार को किस देश के साथ व्यापार डील पर वो साइन करने जा रहे हैं, लेकिन अमेरिकी प्रशासन ने पहले कहा है कि भारत, यूनाइटेड किंगडम, साउथ कोरिया और जापान के साथ ट्रंप व्यापार समझौते पहले अंतिम रूप देने के करीब थे.
यूके और अमेरिका में हो रही डील?
अमेरिका अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स और पोलिटिको ने समझौते की योजनाओं से परिचित कई लोगों का हवाला देते हुए बताया कि ट्रंप ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर सहमत होने के लिए तैयार हैं और 9 मई को उसी के साथ डील पर मुहर लगेगी. वहीं टाइम्स ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या ब्रिटेन के साथ अमेरिकी व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया गया है या क्या दोनों देश सिर्फ किसी समझौते के लिए रूपरेखा की घोषणा करेंगे.
गौरतलब है कि ब्रिटेन ने इस सप्ताह भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता किया है. यह यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद यह उसका सबसे बड़ा समझौता है. जब फरवरी में अमेरिका ने टैरिफ को लेकर जब धमकियां देनी शुरू कीं तो भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार समझौते को लेकर वार्ता फिर से शुरू हो हई थी.
दरअसल ब्रेक्सिट के तहत ब्रिटेन ने इस दशक की शुरुआत में यूरोपीय संघ छोड़ दिया है और इसके बाद से वह दुनिया भर में व्यापार संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. यह व्यापार समझौते की यह आवश्यकता ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद और अधिक दबाव वाली हो गई है.
अमेरिका-चीन व्यापार समझौता
अमेरिकी ट्रेजरी सचिव (वित्त मंत्री) स्कॉट बेसेंट और मुख्य व्यापार वार्ताकार जेमिसन ग्रीर के व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए इस सप्ताह के अंत में जिनेवा जाएंगे और चीन के इकनॉमिक ज़ार हे लिफेंग से मुलाकात करेंगे. यह बातचीत कई हफ्तों तक बढ़ते तनाव के बाद हुई है, जिसमें दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच माल के आयात पर शुल्क 100 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया है.
पिछले महीने दर्जनों अन्य देशों पर टैरिफ लगाने के ट्रंप के फैसले के बाद चीन के साथ टैरिफ वॉर शुरू हुआ. इस कदम ने ग्लोबल मार्केट में सप्लाई चेन को प्रभावित किया है, वित्तीय बाजारों को हिलाकर रख दिया है और वैश्विक विकास में तेज गिरावट की आशंका पैदा कर दी है. दो सूत्रों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि स्विट्जरलैंड, जो अपनी तटस्थता के लिए जाना जाता है, में बातचीत करने वाली टीमों से व्यापक टैरिफ में कटौती पर चर्चा करने की उम्मीद है.
सूत्रों में से एक ने कहा कि बातचीत में खास उत्पादों पर शुल्क, निर्यात नियंत्रण और कम मूल्य के आयात पर न्यूनतम छूट समाप्त करने के ट्रंप के फैसले को भी शामिल किया जाना चाहिए.