- ट्रंप ने स्वीकार किया कि अमेरिका चीन में हैकिंग गतिविधियों में शामिल है.
- उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसे ही काम होता है, यह एक गंदी दुनिया है.
- चीन से व्यापार घाटे पर ट्रंप ने जोर दिया और टैरिफ बढ़ाने की बात की.
- ट्रंप ने बाइडेन पर व्यापार घाटा बढ़ाने का आरोप लगाया, जो एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचा.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) फॉक्स न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में यह स्वीकार करते दिखे कि अमेरिका भी चीन में हैकिंग का काम कर रहा है. पत्रकार मारिया बार्टिरोमो ने इंटरव्यू के दौरान ट्रंप से सवाल किया कि चीन ने "हमारे टेलिकॉम सिस्टम को हैक कर लिया है, वे हमारी बौद्धिक संपदा की चोरी करते हैं, फेंटेनल, कोरोना जैसे मुद्दों में उनका नाम आता है. आप स्पष्ट रूप से एक बैड एक्टर के साथ कैसे बातचीत करते हैं और इकनॉमी के मुद्दे पर उन पर कैसे भरोसा करते हैं?".
ट्रंप ने बार्टिरोमो को अवाक करते हुए कहा, "आपको नहीं लगता कि हम उनके साथ ऐसा करते हैं? हम करते हैं. हम बहुत सी चीजें करते हैं."
बार्टिरोमो ने सवाल किया कि दुनिया ऐसे ही चलती है? इसपर ट्रंप ने कहा, "दुनिया इसी तरह काम करती है. यह एक गंदी दुनिया है."
उन्होंने दावा किया कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्यापार घाटे को "एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने" की अनुमति दी थी. उन्होंने कहा, "हमने चीन के साथ एक समझौता किया था जब 145 प्रतिशत टैरिफ था, और मैं आपको बताऊंगा, चीन में सब कुछ रुक गया. मैंने देखा कि सब कुछ रुक गया, और हमने चीन पर उपकार किया. लेकिन हम चीन के साथ अच्छा व्यवहार कर रहे हैं."
ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि चीन के साथ अच्छा व्यवहार करना बहुत अच्छी बात है, लेकिन वे भारी टैरिफ चुका रहे हैं."
इंटरव्यू ले रहीं बार्टिरोमो ने सुझाव दिया कि ट्रंप चीन के खिलाफ जो हथकंडे (लेवरेज) हाथ में हैं, उनका उपयोग नहीं कर रहे हैं. इसपर ट्रंप ने जवाब दिया, "अगर मुझे कभी इसका इस्तेमाल करना पड़ा, तो मैं इसका इस्तेमाल करूंगा. लेकिन जब इसका इस्तेमाल करने का कोई कारण नहीं है, तो भी अच्छा ही है."