बाइडेन नहीं, बहरूपिया है... ट्रंप का फिर अजीबो-गरीब दावा, कहा- 2020 में हो गई थी पूर्व US राष्ट्रपति की हत्या

डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक कॉन्सपिरेसी थ्योरी पोस्ट करते हुए दावा किया है कि जो बाइडेन को "साल 2020 में मार डाला गया" और उनकी जगह एक रोबोटिक क्लोन ने ले ली.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक और अजीबो-गरीब दावा किया है. उन्होंने अपने खुद के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth एक कॉन्सपिरेसी थ्योरी पोस्ट करते हुए दावा दिया है कि  जो बाइडेन को "साल 2020 में मार डाला गया" और उनकी जगह एक रोबोटिक क्लोन ने ले ली. रिपब्लिकन नेता सोशल मीडिया पर अपने लाखों फॉलोअर्स के लिए ऐसे दावे लगातर करते हैं जो हद से अधिक बार फेक निकलते हैं. क्लोन बाइडेन वाली कॉन्सपिरेसी थ्योरी के कुछ दिन पहले ही ट्रंप ने दावा किया था कि दक्षिण अफ्रीका में श्वेत नागरिकों के साथ नस्लीय भेदभाव हो रहा है और वहां श्वेत किसान सामूहिक हत्याओं के शिकार हुए हैं. इसको भी दक्षिण अफ्रीका की सरकार से लेकर तमाम फैक्ट फाइंडिंग प्लेटफॉर्म ने झूठा दावा करार दिया है.

ट्रंप ने बाइडेन पर क्या कहा?

अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ट्रुथ सोशल पर एक अन्य यूजर की तीखी टिप्पणी को दोबारा पोस्ट किया. उसमें लिखा था, कोई जो बाइडेन नहीं हैं. उनकी 2020 में हत्या कर दी गई थी. जो आप देख रहे हैं वे “बाइडेन के क्लोन, डबल्स और रोबोटिक इंजीनियर्ड बिना आत्मा और दिमाग के एंटिटीज हैं. डेमोक्रेट्स को अंतर नहीं पता.”

ट्रंप की यह टिप्पणी के कुछ दिनों के पहले बाइडेन ने स्वीकार किया था कि उन्हें “आक्रामक स्तर” का प्रोस्टेट कैंसर है. खबर लिखे जाने तक व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति की पोस्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की थी. 

इससे पहले भी, ट्रंप ने अपने कार्यकाल के अंत के दौरान पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन के मानसिक स्वास्थ्य पर हमला किया था और सभी प्रकार की सामाजिक बुराइयों के लिए उनके कमजोर स्वास्थ्य को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने उन सिद्धांतों को भी बढ़ावा दिया है जो दावा करते हैं बाइडेन के सहयोगियों ने उनकी जानकारी के बिना नीतियों को लागू करने और क्षमा देने की शक्ति का उपयोग करने के लिए ऑटोपेन का उपयोग किया.

ट्रंप को झूठ बोलने की लत है?

द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस में ट्रंप का पहला कार्यकाल झूठे या भ्रामक बयानों से भरा था. उन्होंने कथित तौर पर 30,573 भ्रामक टिप्पणियां कीं, या औसतन प्रति दिन 21 बार. 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले चुनावी अभियान में भी उन्होंने बार-बार कॉन्सपिरेसी थ्योरी फैलाईं. 

2024 में छह महीने की अवधि में राष्ट्रपति के हजारों सोशल मीडिया पोस्ट और रीपोस्ट के का NYT ने विश्लेषण किया. उनमें से कम से कम 330 में अपने या अमेरिकी लोगों के खिलाफ एक झूठी, गुप्त साजिश और इसके लिए जिम्मेदार एक विशिष्ट इकाई दोनों का जिक्र किया. वो दावा करते दिखे कि FBI ने उनकी हत्या का आदेश दिया था और सरकारी अधिकारियों ने 6 जनवरी, 2021 को कैपिटल दंगा कराया था.

Featured Video Of The Day
Parliament Winter Session: Congress ने किया संसद में प्रदर्शन | National Herald Case | Rahul Gandhi
Topics mentioned in this article