- अमेरिका के यूटाह कॉलेज में राइटविंग इंफ्लुएंसर चार्ली कर्क की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
- राष्ट्रपति ट्रंप ने चार्ली को सच्चाई का शहीद बताया और सरकारी भवनों पर झंडे आधा झुकाने का आदेश दिया.
- चार्ली कर्क ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका को भारतीयों के लिए अधिक वीजा देने की आवश्यकता नहीं है.
एक और गोलीकांड ने अमेरिका को दहला दिया है. अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी और राइटविंग इंफ्लुएंसर चार्ली कर्क की यूटाह कॉलेज के एक कार्यक्रम के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई. कर्क एक फेमस पॉडकास्टर थे और ट्रंप के लिए युवाओं को साथ लाने वाले योद्धा. चार्ली की हत्या के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें "सच्चाई के लिए शहीद" बताया, रविवार तक अमेरिका के सरकारी भवनों पर झंडों को आधा झुकाने का आदेश दिया. साथ ही उन्होंने रेडिकल लेफ्ट यानी "कट्टरपंथी वामपंथ" को हत्या से जोड़ते हुए कहा कि उसकी बयानबाजी के कारण ही राइटविंग एक्टिविस्ट चार्ली की हत्या हुई है.
चार्ली कर्क फॉक्स न्यूज एंकर की एक्स पोस्ट पर रिएक्शन दे रहे थे, जिसमें कहा गया था कि अगर नई दिल्ली के साथ कोई व्यापार समझौता होता है तो अमेरिका को भारतीयों को अधिक वीजा देना होगा. इसपर चार्ली ने लिखा, "अमेरिका को भारत के लोगों के लिए अधिक वीजा की आवश्यकता नहीं है. शायद किसी भी प्रकार के कानूनी आव्रजन (इमिग्रेशन) ने अमेरिकी श्रमिकों को इतना विस्थापित नहीं किया है जितना कि भारत से आए लोगों को किया. पहले ही बहुत हो चुका है. अब हम फुल हैं. आइए अंततः अपने लोगों को आगे रखें (तरजीह दें)."
कैसे हुई चार्ली की हत्या?
घटनास्थल के वीडियो में दिख रहा है कि चार्ली एक बड़ी भीड़ को संबोधित कर रहे हैं, तभी एक गोली चलने की आवाज आई. कैमरे के तेजी से हिलने से पहले चार्ली अपनी कुर्सी पर गिरता हुआ दिखे और दर्शकों में घबराहट की आवाजें आने लगीं. जांचकर्ताओं ने कहा कि उनका मानना है कि गोली कैंपस की छत से चली थी, जो काले कपड़े पहने किसी व्यक्ति द्वारा चलाई गई थी. यह एक टारगेट बनाकर हत्या करने का मामला प्रतीत होता है.
गोलीकांड को जिसने भी अंजाम दिया वो अभी गिरफ्त से बाहर है. पहले एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया था लेकिन फिर उसे छोड़ दिया गया. इसकी जानकारी FBI के डायरेक्टर काश पटेल ने दी है. यानी अभी भी हत्यारा पुलिस की चंगूल से बाहर है.