दिल्ली ब्लास्ट से 24 साल पहले कैसे एक 'शू बॉम्बर' ने ही अमेरिकी फ्लाइट को लगभग उड़ा ही दिया था

Delhi Car Blast: NIA का मानना है कि 13 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार दिल्ली विस्फोट को अंजाम देने के लिए जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती हमलावर, डॉ. उमर मुहम्मद नबी ने संभवतः "शू-बॉम्ब" का इस्तेमाल किया था.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
जब जूता बम से 2001 में प्लेन को उड़ाने की साजिश रची गई थी
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • दिल्ली विस्फोट में जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर ने संभवतः शू-बॉम्ब का इस्तेमाल किया था- सूत्र
  • 2001 में अल-कायदा मेंबर रिचर्ड रीड ने अमेरिकी फ्लाइट में विस्फोट के लिए शू बम के इस्तेमाल करने की कोशिश की थी
  • रिचर्ड रीड को गिरफ्तार कर आजीवन कारावास की सजा मिली और वह कोलोराडो की अधिकतम सुरक्षा जेल में है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

Delhi Lal Qila Bast: दिल्ली के लाल किले पर हुए आतंकी बम विस्फोट मामले में जांचकर्ताओं ने चौंकाने वाला एक नया खुलासा किया है. 13 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार विस्फोट को अंजाम देने के लिए जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती हमलावर, डॉ. उमर मुहम्मद नबी ने संभवतः "शू-बॉम्ब" का इस्तेमाल किया था. डॉक्टर उमर की हुंडई i20 कार के जले हुए अवशेषों के अंदर से ड्राइवर की सीट के नीचे पुलिस को एक अकेला जूता मिला है. फोरेंसिक टीमों को इसके अंदर बम के ट्रिगर कॉम्पोनेंट जैसा कुछ मिली है.

IANS की रिपोर्ट के अनुसार जूते और कार के टायर दोनों में TATP (ट्राइसीटोन ट्राइपेरोक्साइड) मिला है जिसके बार में कहा जाता है कि अगर आप छींकते हैं तो भी यह विस्फोटक फट जाता है. यह पूरा खुलासा हमें 2001 के उस कुख्यात शू बॉम्बर की याद दिलाता है जब जूते में विस्फोटक लगाकर अमेरिका जा रही प्लेन को उड़ाने की साजिश रची गई थी. चलिए आपको उसी के बारे में विस्तार से बताते हैं.

जब "शू बॉम्बर" ने अमेरिकी प्लेन को लगभग उड़ा ही दिया था

अमेरिका के इतिहास में हुए सबसे घातक हमले- 9/11  के बस कुछ महीनों बाद अमेरिकी फ्लाइट में एक और तबाही मचाने की तैयारी थी. साजिश रचने वाले का नाम था रिचर्ड रीड, जिसे "शू बॉम्बर" के नाम से जाना गया. रीड आतंकी संगठन अल-कायदा के मेंबर था. दिसंबर 2001 में वह फ्रांस की राजधानी पेरिस से अमेरिका के मियामी जा रही अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट में अपने जूतों में छिपे विस्फोटक के फ्यूज जलाने की कोशिश की थी और तभी उसे अन्य यात्रियों ने पकड़ लिया था. रीड ने अपने जूतों में जो विस्फोटक छिपाए थे, वे TATP  (ट्राईएसीटोन ट्राइपेरोक्साइड) ही थे.

रिचर्ड रीड ने इसी जूते में विस्फोटक छिपाए थे (फोटो- FBI)

उसे पकड़ने के बाद फ्लाइट को बोस्टन के लोगान इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर मोड़ दिया गया और मैसाचुसेट्स स्टेट पुलिस के अधिकारियों ने रीड को हिरासत में ले लिया. बाद में रीड ने FBI एजेंटों को बताया कि विस्फोट वाले जूते उसने खुद बनाए थे. FBI के बम तकनीशियनों ने जांच के बाद पाया कि जूतों में लगभग 283 ग्राम विस्फोटक थे.

4 अक्टूबर 2002 को, रीड ने आतंकवाद से संबंधित आठ आरोपों में खुद को दोषी कबूल किया. इसके बाद एक उसे फेडरल जेल में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. आज भी वह कोलोराडो की अधिकतम सुरक्षा जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. 

FBI की आधिकारिक साइट के अनुसार कोर्ट में प्रारंभिक सुनवाई के दौरान, एक FBI एजेंट ने खुलासा किया कि घरेलू तौर पर बनाया गया यह 'शू बॉम्ब' कितना खतरनाक था. उन्होंने कहा कि अगर यह शू बॉम्ब फटता तो वह फ्लाइट में एक छेद कर देता और यदि विस्फोट हुआ होता तो फ्लाइट सीधे क्रैश होता.

Advertisement

यह भी पढ़ें: शू बॉम्बर, उमर ने लालकिले के पास कार में ऐसे किया धमाका? NDTV का बड़ा खुलासा

Featured Video Of The Day
Bangladesh में Sheikh Hasina पर फैसले के बाद क्या फिर कोई कोहराम आने वाला है?
Topics mentioned in this article