सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड (एसएमएच) के अनुसार, तुर्की-सीरिया भूकंप के मलबे से बचावकर्ताओं ने शुक्रवार (स्थानीय समय) को बच्चों को निकाला. मरने वालों की संख्या अब 24,000 को पार कर गई है. इस बीच, राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा कि अधिकारियों को भूकंप आने के बाद तेजी से काम करना चाहिए था. एर्दोगन ने शुक्रवार को तुर्की के आदियामान प्रांत का दौरा किया. वहां उन्होंने स्वीकार किया कि सरकार की प्रतिक्रिया उतनी तेज नहीं थी, जितनी हो सकती थी. एर्दोगन ने कहा, "हमारे पास अभी दुनिया में सबसे बड़ी राहत और बचाव टीम है, मगर यह एक वास्तविकता है कि राहत और बचाव कार्य उतने तेज नहीं हैं, जितने हम चाहते थे."
14 मई को होने वाला है मतदान
14 मई को होने वाले मतदान में एर्दोगन फिर से चुनाव के लिए खड़े हैं. उनके विरोधी ने उन पर हमला करने के लिए भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्य में ढिलाई को मुद्दा बना रखा है. आपदा के कारण अब चुनाव स्थगित हो सकता है. सहायता वितरण और बचाव में देरी के कारण लोगों में गुस्सा है और इसके चुनावी मुद्दा बनने की पूरी संभावना है.एर्दोगन के लिए भूकंप से पहले भी सत्ता में वापसी सबसे कठिन चुनौती थी. उन्होंने तुर्की के लोगों से एकजुटता का आह्वान किया और अपनी आलोचना को "राजनीतिक हित के लिए नकारात्मक अभियान" के रूप में वर्णित किया. तुर्की की मुख्य विपक्षी पार्टी के प्रमुख केमल किलिकडारोग्लू ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "भूकंप बहुत बड़ा था, लेकिन समन्वय की कमी, योजना की कमी और अक्षमता भूकंप से बहुत बड़ी थी."
सीरिया में, 5.3 मिलियन लोगों हो सकते हैं बेघर
एसएमएच की रिपोर्ट के अनुसार, खराब सर्दियों की स्थिति में सैकड़ों हजारों लोग बेघर हो गए हैं और भोजन की कमी हो गई है. दोनों देशों के नेताओं को भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्य पर सवालों का सामना करना पड़ा है. दर्जनों देशों की टीमों सहित बचावकर्मियों ने मलबे में दबे लोगों को खोजने के लिए रात-दिन कड़ी मेहनत कर रहे हैं. वे मलबे के टीले से जीवन की किसी भी आवाज़ को सुनने की कोशिश कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि पूरे तुर्की और सीरिया में कम से कम 8,70,000 लोगों को तत्काल गर्म भोजन की आवश्यकता है. अकेले सीरिया में, 5.3 मिलियन लोगों बेघर हो सकते हैं.
पहली बार भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में गए बशर अल-असद
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त के सीरिया प्रतिनिधि शिवंका धनपाला ने कहा, "यह एक बड़ी संख्या है, जो पहले से ही बड़े पैमाने पर विस्थापन से पीड़ित है." राज्य मीडिया ने बताया कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद ने भूकंप के बाद प्रभावित क्षेत्रों में अपनी पहली यात्रा की. बशर ने अपनी पत्नी अस्मा के साथ अलेप्पो के एक अस्पताल का दौरा किया. उनकी सरकार ने देश के 12 साल के गृहयुद्ध में पहली बार मानवीय सहायता वितरण को भी मंजूरी दे दी. यह एक ऐसा कदम है, जो लाखों हताश लोगों को मदद दे सकता है. एसएमएच की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व खाद्य कार्यक्रम ने पहले कहा था कि विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिम सीरिया में उसकी राहत सामग्री का स्टॉक खत्म हो रहा है.
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