- नेपाल के काठमांडू और अन्य हिस्सों में कर्फ्यू हटा दिया गया है, जिसके बाद से जनजीवन सामान्य हो रहा है.
- राजधानी काठमांडू में बाजार खुले, यातायात सामान्य हुआ और लोग मंदिरों में दर्शन करने के लिए भी पहुंचे.
- वीरगंज में रात्रि कर्फ्यू लागू है, लेकिन बाजार खुल गए हैं और सामान्य जीवन धीरे-धीरे लौट रहा है.
नेपाल में पिछले दिनों हिंसक विरोध-प्रदर्शनों के बाद अब जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है. काठमांडू और नेपाल के अन्य हिस्सों में लगाए गए प्रतिबंध हटाए गए हैं. पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के शुक्रवार को नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री बनने के एक दिन बाद नेपाल के अलग-अलग इलाकों से कर्फ्यू हटाया गया. इसके बाद शनिवार को काठमांडू सहित देश के अन्य हिस्सों में हालात सामान्य नजर आए.
राजधानी काठमांडू में शनिवार को कर्फ्यू में ढील दी गई. इस दौरान रोजमर्रा की जिदगी सामान्य नजर आई. बाजाार खुल गए, यातायात सामान्य हो गया और कई परिवार मंदिरों में दर्शनों के लिए पहुंचे. इस दौरान सैनिकों ने सड़कों पर अपनी उपस्थिति कम कर दी, जहां विरोध प्रदर्शनों के बाद से उन्हें बड़ी संख्या में तैनात किया गया था.
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महिला पीएम से लोगों को उम्मीद
काठमांडू की 23 साल की दुकानदार दुर्गा मागर ने कहा, "हमें नहीं पता कि भविष्य में क्या होगा, लेकिन आज हम संतुष्ट हैं."
51 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता सूरज भट्टाराई ने कहा, "नेपाल को पहली महिला प्रधानमंत्री मिल गई है." उन्होंने आशा व्यक्त की कि वह "सुशासन को आगे ले जाएंगी."
नेपाल सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार को कोई प्रतिबंधात्मक आदेश या कर्फ्यू नहीं है. हालांकि, काठमांडू और नेपाल के अन्य इलाकों में सेना की मौजूदगी कुछ और दिन रह सकती है.
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वीरगंज में भी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहे हालात
कर्फ्यू में ढील मिलने के साथ ही वीरगंज में हालात सामान्य हो रहे हैं. प्रशासन के आदेश के बाद अब रात्रि 9 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लागू किया जाएगा. नेपाल प्रशासन के द्वारा जारी आदेश के बाद वीरगंज में सड़क किनारे लगे नाश्ते-पानी के ठेले एक बार फिर से खुलने लगे हैं.
स्थानीय लोगों ने ली राहत की सांस
प्रमुख बाजार क्षेत्रों में चहल-पहल बढ़ रही है और स्थानीय लोगों के चेहरों पर राहत की झलक साफ देखी जा सकती है. कपड़ों की दुकानें, हार्डवेयर स्टोर्स, किराना दुकानें, होटल और रेस्टोरेंट समेत अधिकांश व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुल चुके हैं.
रोजाना की कमाई पर निर्भर लोगों को बड़ी राहत
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि ठप पड़ा कारोबार अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है, जिससे रोजाना की कमाई पर निर्भर लोगों को बड़ी राहत मिली है. दुकानों में ग्राहकों की आवाजाही बढ़ने लगी है और सड़कों पर ट्रैफिक भी सामान्य होता नजर आ रहा है.
भारत-नेपाल सीमा पर बरती जा रही है सख्ती
हालांकि स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है. भारत-नेपाल सीमा पर अब भी सुरक्षा के लिहाज से सख्ती बरती जा रही है. बॉर्डर पर सुरक्षा बलों की तैनाती जारी है और किसी को भी बिना वैध पहचान पत्र के सीमा पार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों और भारत में फंसे नेपाली नागरिकों को पहचान पत्र दिखाने के बाद सीमित रूप से आने-जाने की इजाजत दी जा रही है. प्रशासन ने लोगों से संयम बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है. वहीं, राजनीतिक स्थिरता की उम्मीद में आमजन अपने काम-काज में लौट रहे हैं, जिससे वीरगंज समेत नेपाल के विभिन्न हिस्सों में सामान्य जनजीवन बहाल होने की प्रक्रिया तेज हो गई है.
हिंसक प्रदर्शनों में कम से कम 50 लोगों की मौत
नेपाल पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, प्रदर्शन हिंसक होने के बाद से कम से कम 50 लोगों की जान जा चुकी है. 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध के खिलाफ नेपाल में यह आंदोलन शुरू हुआ था. बड़ी संख्या में नेपाल के युवा सड़कों पर उतरे थे. 'जेन-जी' आंदोलन के कारण केपी शर्मा ओली को सत्ता गंवानी पड़ी है. भारी दबाव के बीच उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया था.
अंतरिम पीएम शीला कार्की ने ली शपथ, संसद भंग
इस तख्तापलट के बाद नेपाल में सुशीला कार्की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री चुनी गई हैं. वे इस देश की पहली महिला प्रधानमंत्री भी बनी हैं. शुक्रवार को सुशीला कार्की ने अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. इसके साथ ही, नेपाल में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया के तौर पर संसद को भंग किया जा चुका है.