अमेरिका कॉलेज प्रोफेसर ने 11 लड़कियों से "क्‍लास में शर्ट उतारने" को कहा, बोला- ये मेडिकल एक्‍सरसाइज

प्रोफेसर की हरकतों पर जब कुछ लड़कियों ने आपत्ति जताई, तो प्रोफेसर ने इसे एक मेडिकल असेसमेंट से जुड़ी एक्‍सरसाइज बताया.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
प्रोफेसर लड़कियों की शर्ट उतरवाने तक ही नहीं रुके...
वाशिंगटन:

अमेरिका के एक कॉलेज से शर्मसार करने वाली खबर आई है. यहां एक एक कॉलेज प्रोफेसर को कथित तौर पर छात्राओं से अपनी शर्ट उतारने के लिए कहने पर नौकरी से निकाल दिया गया है. फॉक्स5 डीसी के अनुसार, घटना में शिक्षा विभाग के नागरिक अधिकार कार्यालय द्वारा जांच के बाद कार्रवाई की गई. तीन महीने तक चली जांच से सामने आया कि प्रोफेसर ने कक्षा में लगभग 11 लड़कियों को अपनी शर्ट से लेकर स्पोर्ट्स ब्रा तक उतारने का निर्देश देकर प्रतिकूल माहौल बनाया था. 

फॉक्स5 डीसी के अनुसार, प्रोफेसर लड़कियों की शर्ट उतरवाने तक ही नहीं रुके, उन्होंने उनके स्तनों के बारे में भी अनुचित टिप्पणियां कीं. कुछ लड़कियों ने जब आपत्ति जताई, तो प्रोफेसर ने इसे एक मेडिकल असेसमेंट से जुड़ी एक्‍सरसाइज बताया. हालांकि, कपड़े उतरवाने या ऐसी टिप्पणी की कोई आवश्यकता नहीं थी. जब कुछ छात्राओं ने शालीनता के लिए लैब जैकेट पहनी, तो प्रोफेसर ने जोर देकर कहा कि वे उन्हें हटा दें. 

यह घटना ताकोमा/सिल्वर स्प्रिंग परिसर में हुई और अक्टूबर 2019 में इस मामले में रिपोर्ट दर्ज गई थी. मामले की शुरुआती जांच के तुरंत बाद आरोपी प्रोफेसर को  प्रशासनिक अवकाश पर भेज दिया गया और बाद में निकाल दिया गया. लेकिन इस घटना ने गुरु-शिष्‍य के रिश्‍तों पर सवालिया निशान उठा दिया है.  

Advertisement

मोंटगोमरी कॉलेज के एक प्रवक्ता ने ओसीआर द्वारा की गई गहन जांच के लिए आभार व्यक्त किया और अंतिम रिपोर्ट में उल्लिखित प्रस्तावों के प्रति पूर्ण समर्थन व्यक्त किया, जिसे हाल ही में सार्वजनिक किया गया था.

Advertisement

फॉक्स5 डीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जांच के दौरान, यह पता चला कि इसमें शामिल महिला छात्रों में से एक परीक्षा में फेल हो गई थी. यह माना गया कि यह उत्पीड़न के कारण हुआ था. कॉलेज ने उसे फिर से दाखिला लेने में सहायता की और इसका खर्च भी उठाया. इसके अलावा अन्‍य छात्राओं ने भी उसकी मदद की. इस शर्मनाक काम को अंजाम देने वाले प्रोफेसर को आखिरकार निकाल दिया गया, लेकिन कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब नहीं मिल पाया है. कॉलेज ने यह खुलासा नहीं किया है कि मामला पुलिस को भेजा गया था या नहीं? प्रोफेसर का नाम उजागर क्यों नहीं किया गया है, या कौन सा विशिष्ट वर्ग इसमें शामिल था?

Advertisement

ये भी पढ़ें :- 

Featured Video Of The Day
Champions Trophy 2025 Update: भारत किस देश में खेलेगा चैंपियंस ट्रॉफी, PCB ने लिया फैसला