दक्षिण चीन सागर (South China Sea) का समुद्र स्तर (Sea Level) 1900 के बाद से 150 मिली मीटर यानि 15 सेंटीमीटर बढ़ गया है. साउथ चाइना सी इंस्टीट्यूट ऑफ ओशनोलॉजी के शोधकर्ताओं ने यह जानकारी दी है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार चीन की विज्ञान अकादमी (CSS) और चीन के ही अन्य संस्थानों के शोधकर्ताओं का यह अध्ययन पोराइट्स कोरल (Porites coral) पर केंद्रित है. ये दक्षिण चीन सागर में व्यापक रूप से फैली हुई मूंगे की चट्टान है और बहुत तेज़ी से बढ़ती है.यह समुद्री जल पर्यावरण में बदलाव के प्रति संवेदनशील प्रतिक्रिया को भी बताता है.
शोधकर्ताओं ने पोराइट्स कोरल और समुद्र के जल स्तर, समुद्र की सतह की लवणता, समुद्र की सतह के तापमान और दक्षिण चीन सागर में वर्षा के स्तर आदि मानकों का विश्लेषण किया और एक वर्ष तक समुद्र के स्तर को रिकॉर्ड किया.
शिन्हुआ ने बताया कि शोध से पता चला है कि समुद्र का स्तर 1850 से 1900 तक प्रति वर्ष 0.73 मिली मीटर गिर गया, और फिर 1900 से 2015 तक प्रति वर्ष 1.31 मिली मीटर बढ़ा. दक्षिण चीन सागर में समुद्र के स्तर में बढ़ोतरी तेज हुई है और यह 1993 के बाद से प्रति वर्ष 3.75 मिली मीटर की दर से बढ़ रहा है.
अध्ययन में पाया गया कि दक्षिण चीन सागर में समुद्र के स्तर में परिवर्तन 1850 से 1950 तक सौर गतिविधियों और ग्रीनहाउस गैसों की मिलने की प्रतिक्रिया का परिणाम हो सकता है साथ ही 1950 के बाद से समुद्र के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी का मुख्य कारण ग्रीनहाउस गैसें हो सकती हैं.
समाचार एजेंसी ने कहा कि शोध को पैलियोगोग्राफी, पैलियोक्लाइमेटोलॉजी, पैलियोइकोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.