कुछ मर्द लड़कियों की पर्सनालिटी से इतने प्रभावित होते हैं कि खुद भी लड़की बन जाते हैं. लेकिन क्या आपने सुना है कि कोई जेल में कोई कैदी लड़की बन गया हो. हैरान कर देने वाली ये घटना ब्राजील में साल 2019 में हुई. ब्राजील की जेल (Brazil Jail) में एक ऐसा बाकया हुआ, जिसे सुनकर हर कोई सन्न रह गया. एक नामी ब्राजीलियन ड्रग तस्कर अचानक लड़की बन गया. वह लड़का से लड़की कैसे बना, आपको बताते हैं.
मामला ब्राजील के रियो डी जनेरियो शहर का है. जेल में जैसे ही कैदियों से मुलाकात का समय खत्म हुआ, एक काले और लंबे बालों वाली यंग लड़की बाहर जाने लगी. वहां मौजूद गार्ड्स को कुछ गड़बड़ लगी तो उन्होंने उसे पकड़कर एक तरफ खींचा तो पता चला कि वह तो महिला है ही नहीं. यह बहरूपिया कोई और नहीं नामी ड्रग्स तस्कर है. वह लड़की का वेश बनाकर जेल से भागने की फिराक में था, लेकिन एन मौके पर वह पकड़ा गया और उसकी पोल खुल गई.
जब कैदी बन गया लड़की
लड़की का वेश बनाकर जेल से भागने की कोशिश करने वाले कैदी का नाम क्लॉविनो दा सिल्वा है. उसे 73 साल 10 महीने जेल की सजा सुनाई गई थी. अपनी 19 साल की बेटी के नाम पर वह जेल से भागने की फिराक में था. जेल अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उसने भागने की पूरी प्लानिंग कर ली थी. उसकी योजना अपनी बेटी को बंगू 3 जेल में लाकर खुद उसके जैसा वेश बदलने की थी. बेटी को अपनी जगह जेल में छोड़कर खुद वहां से रफूचक्कर होने की उसकी योजना धरी की धरी रह गई.
कहां हुई चूक, कैसे पकड़ा गया?
ड्रग तस्कर शायद अपनी योजना में कामयाब भी हो जाता, अगर वह घबराता नहीं तो. जेल अधिकारियों ने बताया कि वह जेल से भागने में शायद कामयाब भी हो सकता था. लेकिन लड़की बने कैदी की शक्ल पर घबराहट साफ दिखाई दे रही थी. फिर क्या था अधिकारियों को शक हो गया. गार्ड तुरंत चौकन्ना हो गए और उसकी पोल खुल गई. क्लॉविनो दा सिल्वा लड़की बनकर कैसा लग रहा था, इसका एक वीडियो सामने आया है. स्थानीय विधायक द्वारा जारी वीडियो में वह अजीब और थोड़ा डरावना सा दिखाई दे रहा है.
लड़की बने कैदी के बाल काले और लंबे दिखाई दे रहे हैं. उसने चश्मा पहना हुआ है. उसने एक गुलाबी रंग की टी शर्ट पहनी है, जिस पर डोनट्स छपे हैं. वह बिल्कुल लड़की सा लग रहा है, लेकिन कुछ अजीब भी. जेल में मौजूद एक गार्ड पहले उसका चश्मा उतारता है और फिर उसके बालों की विग को उतारता है, जिससे उसका सिर अजीब सा चिकना दिखाई देने लगा. इसके बाद जब उस बहरूपिए ने अपने कपड़े उतारने शुरू किए तो उसके पीछे छिपा बांह पर टैटू के साथ वाला एक पुरुष का शरीर उजागर हो गया.
अपनी असली पहचान छिपाने और लड़की दिखने के लिए उसने अपने चेहरे पर सिलिकॉन मास्क पहना था. जैसे ही उसने मास्क उतारा एक 40 साल का आदमी सबके सामने आ गया. पहचान उजागर होते ही वह कुछ झहप सा गया. जिसके बाद उसने अपना नाम असली नाम डा सिल्वा बताया. डा सिल्वा का दूसरा नाम "बैक्सिन्हो" था. जिसका मतलब "शॉर्टी" है, जो कि रेड कमांड का एक नेता था, जिसे एसोसिएटेड प्रेस "ब्राजील के सबसे शक्तिशाली आपराधिक समूहों में से एक कहा जाता था, जिसने रियो के एक बड़े हिस्से में मादक पदार्थों की तस्करी पर कंट्रोल किया था."
दा सिल्वा के लड़की बनने की कहानी के बीच ये नहीं पता कि उसकी बेटी को इसकी जानकारी थी या नहीं. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने उसके साथ ही सात अन्य लोगों से भी पूछताछ की थी, जो उससे मिलने पहुंचे थे. पुलिस को शक है कि उसने इनमें से ही किसी का वेश लिया था. शक ये भी है कि एक प्रेग्नेंट लेडी सिल्वा द्वारा इस्तेमाल विग और चश्मे को अपने साथ छिपाकर जेल में ले गई होगी, क्यों कि उसकी तलाशी नहीं ली गई थी.
क्या जेल में कत्ल से डर गया ड्रग तस्कर?
ड्रग्स तस्कर डा सिल्वा पहली बार जेल से नहीं भागा. उसको इसका बखूबी अनुभव था. जानकारी के मुताबिक, वह करीब 30 कैदियों के साथ साल 2013 में इंस्टीट्यूटो पेनल विसेंट पिरागिबे नाम की सुविधा से भाग गया था. वे सभी लोग सीवर सिस्टम के जरिए जेल से बाहर निकले, लेकिन पकड़ लिए गए. जेल से भागने में नाकामयाब रहने के बाद सिल्वा जेल की ही बैरक में मृत पाया गया बता दें कि ब्राजील की जेल में अक्सर हिंसा की खबरें सामने आती रहती हैं. एनपीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, पारा राज्य में जेल में हुए दंगे में करीब 57 कैदी मारे गए थे, जिनमें से करीब 16 का सिर धड़ से अलग कर दिया गया था. सवाल यह है कि क्या डर की वजह से उसने इस तरह का कदम उठाया.