बोइंग (Boeing) सप्लायर स्पिरिट एयरोसिस्टम्स (Spirit AeroSystems) के पूर्व क्वालिटी ऑडिटर जोशुआ डीन का मंगलवार को निधन हो गया. वे 45 साल के थे. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. डीन की मौत अचानक और तेजी से फैलने वाले संक्रमण के कारण हुई. इससे दो महीने पहले एक अन्य बोइंग व्हिसलब्लोअर जॉन बार्नेट की मौत हुई थी. उसने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.
जोशुआ डीन दो सप्ताह पहले बीमार हो गए थे और उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी. उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए ईसीएमओ मशीन सहित उनकी सतत चिकित्सा देखभाल की गई लेकिन इसके बावजूद कुछ दिनों तक संघर्ष करने के बाद डीन की मौत हो गई.
डीन बोइंग के 737 मैक्स विमानों की मैन्युफैक्चरिंग में स्पिरिट एयरोसिस्टम की लीडरशिप द्वारा महत्वपूर्ण खामियों को संभावित रूप से नजरअंदाज करने पर चिंता व्यक्त करने वाले पहले लोगों में से एक थे. उन्होंने अपने ऑब्जर्वेशन का दस्तावेजीकरण किया था.
स्पिरिट ने अप्रैल 2023 में डीन को नौकरी से निकाल दिया था. डीन का मानना था कि यह कार्रवाई विमान की खामियों को उजागर करने का बदला लेने के लिए की गई थी.
डीन की मौत के समय में जॉन बार्नेट की मौत के समय से बहुत समानता है. बार्नेट की मार्च में आत्महत्या से मौत हो गई थी. उन्होंने 787 ड्रीमलाइनर में सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को उजागर किया था. उन्होंने भी कंपनी पर प्रतिशोध लेने का आरोप लगाया था और वे इसी मामले में मुकदमे में उलझे हुए थे.
खामियों को अनदेखा किए जाने का खुलासा
पिछले महीने कैपिटल हिल में सांसदों के सामने पूर्व बोइंग इंजीनियर सैम सालेहपुर ने गंभीर बात कही थी. उन्होंने खुलासा किया था कि बोइंग में सुरक्षा जोखिमों के बावजूद त्रुटिपूर्ण कंपोनेंट को आगे बढ़ाने को प्राथमिकता दी जाती है. बोइंग में 17 साल के काम का अनुभव रखने वाले सालेहपुर ने लोकप्रिय 787 ड्रीमलाइनर और 777 विमानों से जुड़े सुरक्षा के मुद्दे उठाए और इसके नतीजों का सामना किया. इसके बाद वे व्हिसलब्लोअर बन गए.
हालांकि बोइंग ने खामियों को स्वीकार किया और सुधार की दिशा में प्रयास किए जाने का आश्वासन दिया. बोइंग ने व्यापक टेस्टिंग का हवाला देते हुए ड्रीमलाइनर की सुरक्षा के संबंध में सालेहपुर के दावों पर विवाद किया.