दुबई (Dubai) में एक बड़े कारोबारी की अचानक मौत से दुबई की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है. उसकी अरबों की संपत्ति के वारिसाना हक की लड़ाई का असर पूरे अमीरात पर पड़ सकता है. अब इस संपत्ति के बंटवारे पर खूब चर्चा हो रही है. ब्लूमबर्ग के अनुसार, दुबई की अर्थव्यवस्था में माजिद अल फुतैम के शॉपिंग और एंटरटेनमेंट के साम्राज्य का बड़ा हिस्सा था. अब माजिद अल फुतैम की संपत्तियों पर कर्मचारी और स्थानीय अधिकारी दुख प्रकट करने आ रहे हैं. परिवार के आधिपत्य वाली कंपनियां दुबई के विकास के लिए ज़रूरी हैं और अगर उन्हें सही हाथों में नहीं दिया गया तो इससे तेल से ध्यान हटा रही अर्थव्यवस्था को भी नुकसान हो सकता है.
हैनरी जैकसन सोसायटी के एसोसिएट फेलो क्रिस्टोफर डेविडसन कहते हैं, " दुबई में बहुत से परिवार के आधिपत्य वाले व्यापारिक साम्राज्य हैं. और इन पर इतना बड़ा दांव लगा है कि हम वारिसाना हक के मतभेदों के बुलबुलों को बढ़ने नहीं दे सकते."
अल फुतैम की दिसंबर में मौत के बाद उनकी संपत्ति के बंटवारे का मसला अभी तक नहीं सुलझा है. जबकि उनके विला में वो और उनकी तीसरी पत्नि रहते थे, इस विवाद की जड़ में माजिद अल फुतैम होल्डिल हैं. इस कंपनी की $16.5 billion की संपत्ति है, जिसमें इनडोर स्कीहॉल, शानदार मॉल ऑफ अमीरात और पूरे मिडिल ईस्ट में फैली कैरेफोर हायपरमार्केट फ्रेंचायजी है. इस कंपनी की 17 देशों में गतिविधियां हैं जो अफ्रीका तक फैली हैं. निवेशकों का भी $3.7 बिलियन कॉर्पोरेट उधार है.
दुबई में ग्राहक मॉल ऑफ अमीरात जाते हैं जिसे माजिद अल फुतैम होल्डिंग LLC ऑपरेट करती है. MAF को अब कई मालिकों में बांटा जाना है. और इस प्रक्रिया में बड़े बदलाव हो सकते हैं.
इस ग्रुप के कुछ हिस्सों को बेचना, सोवर्जिन वेल्थ फंड और पब्लिक लिस्टिंग जैसे कई विकल्पों पर चर्चा की जा रही है. MAF की संपत्ति के बंटवारे में समय लग सकता है क्योंकि परिवार और कंपनी अधिक दखल नहीं चाहते और दूसरी तरफ दुबई जहां यूक्रेन के भूराजनैतिक संकट के बीच अपनी छवि स्थिर बनाए रखने की कोशिश कर रहा है.
किसी भी संभावित विवाद को देखने के लिए दुबई के नेता शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मख़्तूम ने एक स्पेशल जस्टिस कमिटी बनाई है. केवल बड़े हाई प्रोफाइल मामलों में ही ऐसा होता देखा गया है. इसकी अध्यक्षता दुबई स्टॉक एक्सचेंज के चेयरमेन ईसा काज़िम कर रहे हैं.
MAFकी संपत्ति पर दस लोगों का दावा है, जिनमें तीन बीवियां, एक बेटा और 6 बेटियां शामिल हैं. परिवार के 9 सदस्यों के लिए शेयरहोल्डर मीटिंग आयोजित की जा रही हैं क्योंकि अल फुतैम की आबूधाबी वाली बीवी ने अपनी होल्डिंग अपनी बेटियों को ट्रांसफर कर दी हैं. अभी तक तारिक अल फुतैम, माजिद अल फुतैम के इकलौते बेटे के अलावा किसी ने भी ग्रुप में कोई रोल नहीं निभाया है. तारिक अल फुतैम 2011 से बोर्ड मेंबर रहे हैं.
तारिक और उनके परिवार के वकील ने कहा, " कंपनी जैसे चल रही थी, वैसे ही चलेगी. पहले इसका एक मालिक था लेकिन अब इसके 9 मालिक हैं.
अल मु्ल्ला ने बताया, अल फुतैम की निजी संपत्ति जैसे कई जगहों पर उनके हवाईजहाज, बोट वगैहरा की कैटलॉगिंग और उनके आंकलन और बंटवारे पर बहुत सा काम हो रहा है. इस समय किसी आईपीओ या संपत्ति बिक्री जैसी किसी चीज़ के बारे में बात जल्दबाज़ी होगी. MAFको सालों से प्रोफेशनली मैनेज किया गया है और सामान्य ऑपरेशन चलाने के लिए उनका साफ और समग्र प्लान है.
अल फुतैम ने 1990 के दशक में अपना बिजनेस शुरू किया था जिसमें अपने भाई के साथ वारिसाना हक की लड़ाई से मिले पैसे को लगाया गया था. इस कंपनी ने पहली बार शॉपिंग और एंटरटेनमेंट को एक साथ जोड़ा. यह एक ऐसा फॉर्मुला था जो अब इजिप्ट और सउदी अरब में भी अपनाया जा रहा है.
इस्लामिक कानून के मुताबिक तारिक के पास सबसे बड़ा हिस्सा आएगा. बाकी दो बेटे अलग-अलग नाव से जुड़ी घटनाओं में मारे गए.