पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में गलवान घाटी ( Galwan Valley) में हुए संघर्ष में शामिल एक चीनी सैनिक ने बुधवार को बीजिंग विंटर ओलंपिक (Beijing Winter Olympics) के पारंपरिक मशाल रिले में हिस्सा लिया. बता दें कि साल 2020 में गलवान घाटी में हुए झड़प में बीस भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. वहीं चीन ने दावा किया था कि उसके चार सैनिकों की मौत हुई थी. हालांकि, भारतीय सेना का कहना था कि उस संघर्ष में चीन के अधिक सैनिक मारे गए थे.
बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के पारंपरिक मशाल रिले में हिस्सा लेने वाला पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People's Liberation Army) का रेजिमेंट कमांडर Qi Fabao गलवान घाटी में हुए संघर्ष में शामिल था. चीन के एक अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, रेजिमेंट कमांडर को एक हीरो के रूप में 1,200 मशालधारकों के बीच शामिल किया गया. Qi Fabao गलवान संघर्ष में जख्मी हो गया था. उसे सिर में चोट लगी थी.
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बता दें कि दिसंबर में यह कमांडर वहां के एक टीवी चैनल पर दिखाई दिया था, जिसमें वह बता रहा था कि वह युद्ध के मैदान में लौटने और फिर से लड़ने के लिए तैयार हैं. बता दें कि जून 2020 में गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन के बीच कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता हो चुकी है.
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