यूक्रेन में करीब 8 महीने से जारी जंग के बीच भारत और रूस ने विशिष्ट क्षेत्रीय चिंताओं और वैश्विक स्थिति पर चर्चा की. भारत सरकार ने मंगलवार को एक बयान में ये जानकारी दी. बयान में कहा गया है कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आज मॉस्को में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की. जयशंकर ने यूक्रेन-रूस युद्ध पर भारत का रुख फिर से साफ करते हुए कहा कि भारत बातचीत से संघर्ष को खत्म करने की दृढ़ता से दोहराता है.
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, भारत और रूस तेजी से बहुध्रुवीय और पुन: संतुलित होती दुनिया में एक दूसरे के साथ साझेदारी कर रहे हैं. हम दो ऐसी सरकारों के रूप में ऐसा करते हैं जिनके बीच अत्यंत स्थायी और समय की कसौटी पर खरे संबंध रहे हैं.'
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मॉस्को में रूस के विदेश मंत्री लावरोव के साथ बैठक में कहा, 'हमारी वार्ता में समग्र वैश्विक स्थिति और विशिष्ट क्षेत्रीय चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा. आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन के हमेशा बने रहने वाले मुद्दे भी हैं जिनका प्रगति और समृद्धि पर नकारात्मक असर होता है. हम इसपर भी चर्चा करने वाले हैं.' उन्होंने कहा, 'कोविड, व्यापार संबंधी मुश्किलों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है. अब हम यूक्रेन संघर्ष के परिणामों को इस मामले में शीर्ष पर देख रहे हैं.'
रूस के विदेश मंत्री के साथ बैठक में जयशंकर ने कहा, 'जहां तक द्विपक्षीय संबंधों की बात है, हमारा उद्देश्य एक समकालीन, संतुलित, परस्पर लाभकारी और दीर्घकालिक साझेदारी के निर्माण का है. हमारी बैठक हमारे संबंधों का आकलन करने और वैश्विक परिस्थितियों पर एक दूसरे के नजरिये को समझने के लिए है.'
बता दें कि भारत और रूस विभिन्न स्तरों पर मजबूत और निरंतर संपर्क बनाए हुए हैं. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में सितंबर में समरकंद में मुलाकात की थी.
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