ईरान और इजराइल के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव के बाद पिछले सप्ताह युद्ध की शुरुआत हो गई. अब इस युद्ध में अमेरिका की भी एंट्री हो गई है. अमेरिका ने ईरान के तीन न्यूक्लियर साइट पर हमला किया है. इस बात की जानकारी खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स पर पोस्ट करके दी है. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि अब शांति का समय है. कोई सेना ऐसा नहीं कर सकती थी.
13 जून 2025: ऑपरेशन राइजिंग लायन - इजराइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर "ऑपरेशन राइजिंग लायन" शुरू किया. इजराइली लड़ाकू विमानों ने तेहरान, इस्फहान और अन्य शहरों में हमले किए. IRGC कमांडर होसैन सलामी, सेना प्रमुख मोहम्मद बघेरी, और कई परमाणु वैज्ञानिक मारे गए. इजराइल ने दावा किया कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम 2-3 साल पीछे चला गया.
13-14 जून 2025: ईरान का जवाबी हमला - ईरान ने "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III" के तहत इजराइल पर 100 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे. तेल अवीव में नुकसान हुआ, जिसमें 1 व्यक्ति की मौत और 90 से अधिक घायल हुए. इजराइल की रक्षा प्रणालियां आंशिक रूप से नाकाम रहीं.
15-18 जून 2025: युद्ध का विस्तार - इजराइल ने तेहरान में सरकारी मंत्रालयों, मिसाइल लॉन्च पैड, और तेल रिफाइनरियों पर हमले तेज किए. ईरान ने 400 मिसाइलें दागीं, जिससे इजराइल में 24 मौतें और 804 लोग घायल हुए. ईरान में 224-585 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे.
19 जून 2025: नेतन्याहू और खामेनेई की चेतावनी - इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि खामेनेई सहित कोई भी ईरान में सुरक्षित नहीं है. खामेनेई ने जवाब दिया कि ईरान सरेंडर नहीं करेगा और अमेरिकी हस्तक्षेप का "बुरा अंजाम" होगा.
20-21 जून 2025: हमले और तेज किए गए- युद्ध के 9वें दिन तक दोनों देशों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ. इजराइल को गाजा युद्ध और ईरान के साथ दो दिन की लड़ाई में 68.45 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. ईरान में 400 से अधिक और इजराइल में 25 लोगों की मौत हुई.
अमेरिका की हुई युद्द में एंट्री: अमेरिका ने मध्य पूर्व में F-16, F-22, और F-35 लड़ाकू विमान तैनात किए. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तेहरान को खाली करने की चेतावनी दी, लेकिन युद्ध में सीधे शामिल होने से इनकार किया था. हालांकि अब अमेरिका की इस युद्द में एंट्री हो गई है.
डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा? अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स पर पोस्ट करके दी है. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि अब शांति का समय है. कोई सेना ऐसा नहीं कर सकती थी. बताया जा रहा है कि ईरान पर अमेरिका के इस हमले के बाद ट्रंप आज देश के नाम संबोधन दे सकते हैं. अमेरिका ने ईरान के जिन तीन न्यूक्लियर साइट को निशाना बनाया है वो फोर्डो, नतांज और एस्फहान में हैं.
ईरान ने कहा - अब जंग शुरू हुई: ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची पहले ही चेतावनी दे चुके थे कि अगर अमेरिका इस जंग में शामिल हुआ तो यह बेहद ही खतरनाक होगा.वहीं सेना ने कहा है कि अब युद्द की शुरुआत हो चुकी है.
ईरान ने कहा - अब जंग शुरू हुई: ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची पहले ही चेतावनी दे चुके थे कि अगर अमेरिका इस जंग में शामिल हुआ तो यह बेहद ही खतरनाक होगा.वहीं सेना ने कहा है कि अब युद्द की शुरुआत हो चुकी है. हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता को धमकी देते हुए दावा किया था कि उन्हें पता है कि वह कहां छिपे हैं. ट्रंप ने दावा किया वह ईरान के शीर्ष (धार्मिक) नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को ‘‘आसानी से निशाना'' बना सकते हैं.
ट्रंप ने कुछ दिन पहले ही दे दी थी मंजूरी - मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ दिनों पहले ही ट्रंप ने ईरान पर हमले की योजनाओं को मंजूरी दी थी. हालांकि, ईरान द्वारा अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ने की शर्त पर उन्होंने अंतिम फैसला टाल दिया था.