चीन को नाराज करने से बचने के लिए वर्ल्ड बैंक की कारोबारी सुगमता रिपोर्ट में की गई अनियमितता को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. इस विवाद में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की चीफ क्रिस्टलीना जॉर्जीवा (Kristalina Georgieva) का नाम भी सामने आया है. वर्ल्ड बैंक की जांच रिपोर्ट पर जॉर्जिवा ने गुरुवार को असहमति जताई है. इस रिपोर्ट में पाया गया है कि वर्ल्ड बैंक में रहने के दौरान उन्होंने (जॉर्जीवा) चीन को नाराज करने से बचने के लिए कर्मचारियों पर एक रिपोर्ट में बदलाव करने के लिए दबाव डाला.
रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर, वर्ल्ड बैंक ने घोषणा की कि वह 2018 और 2020 के संस्करणों की जांच में अनियमितता पाए जाने के बाद अपनी कारोबारी सुगमता रिपोर्ट (Doing Business Report) को तुरंत बंद कर रहा है. अक्टूबर 2019 में IMF की कमान संभालने वाली बुल्गेरियाई नागरिक जॉर्जीवा ने रिपोर्ट के निष्कर्षों में अपनी भूमिका को खारिज किया है.
आईएमएफ की प्रमुख ने बयान में कहा, "मैं डेटा अनियमितताओं की जांच के निष्कर्षों और व्याख्याओं से मौलिक रूप से असहमत हूं क्योंकि यह वर्ल्ड बैंक की डूइंग बिजनेस रिपोर्ट 2018 में मेरी भूमिका से संबंधित है."
कारोबारी सुगमता रिपोर्ट में डेटा अनियमितता को लेकर जांच में जॉर्जीवा पर जिस तरह के आरोप लग रहे हैं उससे उनकी साख को नुकसान पहुंच सकता है. साथ ही यह अमेरिका के उस दावे को मजबूत करता है, जिसमें वह बहुपक्षीय संगठनों द्वारा चीन की मदद का आरोप लगाता रहा है.
अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने बयान में कहा, "ये गंभीर निष्कर्ष हैं और वह रिपोर्ट का विश्लेषण कर रहा है." उसने कहा कि "हमारी पहली जिम्मेदारी अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों की अखंडता को बनाए रखना है."
वहीं, जॉर्जीवा ने कहा कि उन्होंने आईएमएफ बोर्ड को स्थिति से अवगत कराया है. इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बोर्ड की बैठक होने की उम्मीद है, लेकिन यह बैठक कब होगी यह अभी स्पष्ट नहीं है.
रिपोर्ट की कार्यप्रणाली के साथ समस्याओं के बारे में विस्तार से लिखने वाले सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट के जस्टिन सैंडफुर ने कहा, "हमें उनके (जॉर्जीवा) पक्ष को सुनने की जरूरत है."
उन्होंने एएफपी से कहा, "आईएमएफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वृहद आर्थिक और वित्तीय डेटा की अखंडता की निगरानी के लिए जिम्मेदार संस्था है. ऐसे में आईएमएफ के प्रमुख के लिए डेटा हेरफेर में शामिल होना बहुत ही हानिकारक आरोप है." यह उनकी विश्वसनीयता पर एक वास्तविक सवाल खड़ा करता है."