एलन मस्क द्वारा ट्विटर को खरीदने के बाद कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल को लेकर कई तरह की चर्चाएं तेज हो गयी है. लोगों का मानना है कि पराग अग्रवाल की ट्विटर से छुट्टी हो सकती है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने रिसर्च फर्म इक्विलर के हवाले से खबर दी है कि अगर ट्विटर से 12 महीने के अंदर अग्रवाल की छुट्टी होती है तो कंपनी को उन्हें 42 मिलियन डॉलर (लगभग 321.76 करोड़ रुपये) की राशि का भुगतान करना होगा. इक्विलर के अनुमान में अग्रवाल के मूल वेतन के साथ-साथ सभी तरह के अन्य लाभों को जोड़ा गया है.हालांकि ट्विटर के प्रतिनिधि ने इक्विलर के अनुमान पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है.
बताते चलें कि एलन मस्क के साथ डील के बाद अग्रवाल की तरफ से एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि ट्विटर का भविष्य अनिश्चित हो गया है. ज्ञात हो कि अग्रवाल पहले ट्विटर के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी थे, उन्हें नवंबर में सीईओ बनाया गया था. पराग अग्रवाल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बंबई के छात्र रह चुके हैं.
सोमवार को ट्विटर इंक की तरफ से कहा गया कि सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली फर्म अब मस्क के स्वामित्व वाली एक निजी कंपनी बन जाएगी. बताते चलें कि डील के अनुसार मस्क को हर शेयर के लिए 54.20 डॉलर चुकाने होंगे. अब कंपनी पर उनका 100 प्रतिशत स्वामित्व होगा. बताते चलें कि मस्क ने अप्रैल में पहले ट्विटर में नौ प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी.
गौरतलब है कि डील के फाइनल होने के बाद मस्क ने बयान जारी करते हुए कहा कि डेमॉक्रेसी के फंक्शनिंग के लिए फ्री स्पीच की आवश्यकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि ट्विटर के एल्गोरिदम को ओपन सोर्स किया जाएगा जिससे कि यूर्जस के विश्वास को जीता जा सके. ट्विटर के पास काफी क्षमता है. साथ ही उन्होंने कहा कि कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरे सबसे बुरे आलोचक भी ट्विटर पर बने रहेंगे, क्योंकि फ्री स्पीच का यही मतलब है. उनका यह ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
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