भारत (India) से 1,600 टन गेंहू (Wheat) लेकर आ रहा हल्का मालवाहक जहाज (Ship) बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के मुहाने पर मेघना नदी में पूरी तरह डूब गया. बांग्लादेश के अधिकारियों ने बुधवार को बताया था कि जहाज तलहटी में टकराने की वजह से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. यह जहाज चाट्टोग्राम बंदरगाह पर लंगर डाले एक बड़े मालवाहक जहाज से मंगलवार को निजी आटा मिल के लिए गेंहू लेकर ढाका के बाहरी इलाके में स्थित नारायणगंज नदी गोदी की ओर जा रहा था.
यह दुर्घटना ऐसे वक्त में हुई है जब आयातक, खास तौर से एशियाई आयातक, भारत (India) से आने वाले गेंहू पर निर्भर हैं. दरअसल 24 फरवरी को यूक्रेन (Ukraine) पर रूसी हमले (Russian Attack) के बाद काला सागर क्षेत्र (Black Sea Area) से निर्यात बंद हो गया है. इसके साथ ही भारत ने भी गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है.
बांग्लादेश प्रशासन का कहना है कि नदी में जहाज डूबने के बाद गेंहू को बचाना संभव नहीं है.
बांग्लादेश जल परिवहन प्रकोष्ठ के संयुक्त सचिव अताउल कबीर ने पीटीआई को बताया, ‘‘हल्का जहाज 1,600 टन गेंहू के साथ पानी में डूब गया है... गेंहू को बचाने का कोई उपाय नहीं है.''
इससे पहले विभाग के अधिकारियों ने बताया था कि जहाज पूरी तरह नहीं डूबा है और तटवर्ती लक्ष्मीपुर जिले के तिल्लर छार इलाके में वह क्षतिग्रस्त हुआ था.
जहाज के शिपिंग एजेंट ने बताया था कि तलहटी से टकराने के बाद जहाज के अगले हिस्से में दरार पड़ गई है और उसमें काफी पानी भर गया है. बाद में पानी जहाज के बीच के हिस्से में घुस गया और पूरा जहाज डूब गया.
अधिकारियों और गेंहू के आयातक ने बताया कि पूरे माल की कीमत करीब 6.64 करोड़ टका (7,58,280.70 अमेरिकी डॉलर) थी.
यह पूछने पर कि क्या किसी ने जानबूझकर जहाज को डूबोया है, कबीर ने इन बातों को महज अटकलें बताते हुए कहा कि यह सामान्य दुर्घटना है.