कुवैत में एक दर्दनाक हादसे में एक भारतीय दंपती और उनके दो बच्चों की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार शुक्रवार को एयर कंडीशनर में शॉर्ट सर्किट के कारण फ्लैट में आग लग गई थी. ये परिवार हादसे वाले दिन ही केरल में छुट्टियां मनाकर कुवैत लौटा था. ‘द अरब टाइम्स' अखबार की खबर के अनुसार, मैथ्यूज मुलक्कल, उनकी पत्नी लिनी अब्राहम और उनके दो बच्चे, शुक्रवार रात को अब्बासिया इलाके में अपने दूसरे मंजिल के फ्लैट में एयर कंडीशनर में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग के कारण दम घुटने से मारे गए. यह घटना रात आठ बजे की है. ये अलप्पुझा के नीरत्तुपुरम के रहने वाले थे.
अखबार ने कहा, 'परिवार केरल में छुट्टियां मनाकर कुवैत लौटा था, शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार शाम 4 बजे के आसपास पहुंचा. मैथ्यूज मुलक्कल रॉयटर्स में काम करते थे, जबकि उनकी पत्नी लिनी अल अहमदी गवर्नरेट के अदन अस्पताल में स्टाफ नर्स थीं. उनके बच्चे कुवैत के भवन्स स्कूल में पढ़ते थे.'
एक रिश्तेदार ने केरल में शनिवार को मीडिया को बताया, ‘‘मैथ्यू पिछले 15 साल से वहां काम कर रहे थे. परिवार छुट्टियां मनाकर बृहस्पतिवार रात नेदुंबसेरी हवाई अड्डे से रवाना हुआ था.'' कुवैत में भारतीय दूतावास ने कहा कि वह केरल में परिवार के संपर्क में है और वह चार भारतीयों के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द स्वदेश भेजा जाना सुनिश्चित करेगा.
यह दुर्घटना पिछले महीने एक श्रमिक आवास में लगी भीषण आग की दुर्घटना के तुरंत बाद हुई है जिसमें 45 भारतीयों की जान चली गई थी. अखबार में कहा गया है कि जनरल फायर फोर्स के कार्यवाहक प्रमुख मेजर जनरल खालिद फहद घटना स्थल पर मौजूद थे और उन्होंने अपने ‘एक्स' पर जनरल फायर फोर्स की घोषणा का हवाला दिया कि उनके दलों ने अपार्टमेंट बिल्डिंग में लगी आग पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया है.
इस बीच, कुवैत में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दूतावास कल रात अबासिया में फ्लैट में आग लगने के कारण श्री मैथ्यूज मुलक्कल, उनकी पत्नी और 2 बच्चों की दुखद मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है. दूतावास उनके परिवार के संपर्क में है और पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द स्वदेश भेजना सुनिश्चित करेगा.''
ये भी पढ़ें- बांग्लादेश में ये आरक्षण की कैसी 'आग', समझिए क्या है 30 फीसदी रिजर्वेशन का पूरा खेल