पाकिस्तान के रावलपिंडी के मर्री शहर (Murree) से दिल दहलाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. भारी बर्फ़बारी की वजह से 22 सैलानी यहां जिंदा दफन हो गए. ऐसी भारी बर्फ़बारी हुई कि कारें बर्फ़ में दब गईं और आगे बढ़ नहीं सकीं. जल्द राहत बचाव न पहुंचने के कारण कारों के अंदर लोग ठंड और घुटन के कारण मर गए. इस घटना के कई ऐसे दर्दनाक वीडियो सामने आए हैं जो यहां शेयर नहीं किए जा सकते. मर्री ( #Murree) में कारों के ऊपर ऐसी मोटी बर्फ़ जमी थी और क़रीब 1000 गाड़ियां रास्ते में फंसी रहीं. गाड़ियां घंटों बर्फ़ में दबी रहीं और लोग अंदर बंद रहे. गाड़ी में बैठे बैठे लोग वहीं जम गए. इनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. हालांकि करीब 1100 लोगों को बचाया गया है.
वीडियो में देखा जा रहा है कि सड़क पर तमाम कारें कई फुट बर्फ में दबी हुई हैं. भारी बर्फबारी के बीच कई पेड़ भी इन कारों के ऊपर आ गिरे, जिससे उनका आगे बढ़ना मुश्किल हो गया. ऐसे में लोगों का जिंदा बचना मुश्किल था. हालांकि सैकड़ों लोग खुशकिस्मत रहे, जो समय रहते इन कारों के अंदर से बाहर निकल पाए और उन्हें समय रहते राहत एजेंसियों की ओर से मदद मिल पाई.
हालांकि मर्री के पूरे रास्ते में सैकड़ों कारों और अन्य वाहनों का लंबा काफिला अभी भी देखा जा सकता है. कई फुट बर्फ के बीच लोग पैदल ही सुरक्षित स्थानों की ओर जाते देखे गए. कई कारें तो पूरी तरह बर्फबारी में गायब ही नजर आईं.पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद ने कहा, देश में पहली बार इतनी बड़ी तादाद में हजारों सैलानी मर्री शहर की ओर गए. लेकिन इतनी बड़ी आपदा का किसी को कोई इल्म नहीं था. इस कारण मर्री की तरफ जाने वाली ट्रैफिक बंद करनी पड़ी. इसमें करीब एक हजार गाड़ियां फंसी हुई हैं, जिनसे लोगों को निकालने का काम जारी है.
सिर्फ रसद और कंबल ले जाने वाली और आपात राहत कार्य में लगी गाड़ियों को ही मर्री की तरफ जाने की इजाजत है. पाकिस्तानी फौज के करीब 5 हजार जवानों को भी लगाया गया है. रास्ते अगले 24 घंटे तक बंद हैं. पैदल जाने वाले लोगों के लिए मनाही की गई है. इस्लामाबाद पुलिस और राहत एवं बचाव कार्य एजेंसियां पर्यटकों को बचाने में जुटी हुई हैं.
पाकिस्तान सरकार ने मर्री हिल स्टेशन पर इस घटना को आपदा घोषित किया है. माना जा रहा है कि हजारों कारें कई किलोमीटर लंबे रास्ते में फंसी हुई हैं. कारों से सैलानियों को निकालकर सरकारी गेस्ट हाउस, होटलों और अन्य सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है. उन्हें खाने-पीने का सामान, दवाएं, कंबल और अन्य जरूरी इमदाद मुहैया कराई गई हैं. खबरों के मुताबिक, 1122 लोगों को अब तक बचाया गया है, जिनमें से 22 की मौत हो गई है. मरने वालों में दस बच्चे शामिल हैं.