जाति की गिनती बिहार में हमेशा से चुनावी दांव-पेंच का हिस्सा रही है। अब पिछले कुछ दिनों से एक नई आवाज़ सुर्खियों में दिख रही है- वह है एक फिल्म प्रोड्यूसर की जो ख़ुद को मल्लाह का बेटा कहता है। उसका कहना है कि वो निषाद वोटों को एकजुट करना चाहता है। राज्य में जो तीस फ़ीसदी पिछड़ा वोट हैं, उनमें निषाद भी हैं।