मुंबई के एल्फिंस्टन ब्रिज पर पिछले साल भगदड़ में 23 लोगों की मौत हो गई थी, इसके बाद गाज गिरी आसपास के फेरीवालों पर. मीडिया के एक वर्ग में फेरीवालों को विलेन के तौर पर पेश किया गया. हालांकि अब तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिल सका है कि भगदड़ फेरीवालों की वजह से हुई. लेकिन बदनामी का खामियाजा वो अब तक भुगत रहे हैं, बरसों से जो ठिकाना था वो छिन गया और नई जगह ना तो अब तक मिली है और ना ही हाल-फिलहाल मिलने के कोई आसार दिख रहे हैं. ना कोई राजनीतिक दल उनकी सुन रहा है और ना ही BMC.