लॉकडाउन (Lockdown) के ऐलान के बाद से ही मुंबई के फेरीवालों की दुकान बंद हैं. अब भी बीएमसी (BMC) की ओर से जिन फेरीवालों को लाइसेंस दिया जाता है, उन्हें खोलने की अनुमति नहीं है. इसके बावजूद बीएमसी इन सभी से पिछले 5 महीने का किराया मांग रही है. कई लोगों के डिपाजिट को जब्त कर लाया गया है और किराया नहीं भरने पर अलग दंड भी लगाया है. ऐसे में सवाल उठता है कि जब इन लोगों को काम करने की अनुमति नहीं दी गई है तो ये किराया कहां से चुकाएंगे. अब इसे लेकर बंबई उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गई है.