फूल शायद सुंदरता के सबसे पुराने प्रतीक हैं. सभ्यता के किसी बहुत प्राचीन आंगन में जंगल और झाड़ियों के बीच उगे हुए फूल ही होंगे जो इंसान को उस ख़ासे मुश्किल वक़्त में राहत देते होंगे. इन फूलों से पहली बार उसने रंग पहचाने होंगे, ख़ुशबू को जाना होगा, पहली बार सौंदर्य का अहसास किया होगा. फूलों की अपनी दुनिया है- वो याद दिलाते हैं कि पर्यावरण के असंतुलन से लगातार धुआंती, काली पड़ती, गरम होती इस दुनिया में फूलों को बचाए रखना जरूरी है, लगातार बढ़ती असहिष्णुता के कांटों के बीच इंसानियत के फूल खिलाना ज़रूरी है.